काति झोड़ा व कोकिना झोड़ा में आरसीसी पुलिया बनाई जाए
-अब तक किसी ने भी सकारात्मक पहल नहीं की सुभाष प्रधान जागरण संवाददाताकर्सियाग कर्सियाग
-अब तक किसी ने भी सकारात्मक पहल नहीं की: सुभाष प्रधान
जागरण संवाददाता,कर्सियाग:
कर्सियाग शहर के भीतर राष्ट्रीय राजमार्ग -55 अंतर्गत रहे काति झोड़ा व कर्सियाग महकमा अस्पताल के नजदीक रहे कोकिना झोड़ा की पत्थर से निर्मित पुलिया (कल्वर्ट)को बदलकर आरसीसी पुलिया(कल्वर्ट ) बनाने की माग में कर्सियाग नगरपालिका अध्यक्ष ब्रिगेन गुरूंग ने नेशनल हाइवे डिविजन नाइन,पीडब्लूडी(रोड्स)डाइरेक्टोरेट,माटीगाड़ा-सिलीगुड़ी से पत्राचार किया है।
इस आशय की जानकारी देते हुए कर्सियाग नगरपालिका उपाध्यक्ष सुभाष प्रधान ने बताया कि पत्थरों से निर्मित काति झोड़ा व कोकिना झोड़ा से बरसात के दिनों में लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उक्त झोड़ाओं में इकट्ठा कूड़े व गंदगी की ढ़ेर बरसाती पानी के चपेट में पड़कर व इन झोड़ाओं से ओवर फ्लो होकर राष्ट्रीय राजमार्ग -55 में गंदगी के साथ पानी बहते हुए शहर में प्रवेश कर जाती है। इसके कारण सड़कों पर आवागमन करने वाले पैदल यात्रियों,वाहनों आदि को काफी असुविधाएं होती है।
उन्होंने बताया कि कर्सियाग बाजार क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग -55 से संलग्न एक पत्थर से निर्मित पुलिया (कल्वर्ट )को बदलकर विगत कई वर्ष पूर्व इस विभाग द्वारा आरसीसी पुलिया (कल्वर्ट )निर्माण करने का कार्य किया गया था।फलस्वरूप इस प्रकार के समस्याओं से लोगों को राहत पहुंची थी। इसलिए इसी प्रकार से जनहित में लोगों की असुविधाओं को ध्यान में रखकर स्थायी समाधान के लिए काति झोड़ा व कोकिना झोड़ा में आरसीसी पुलिया (कल्वर्ट )निर्माण करने की माग की है।
उन्होंने बताया कि इस विषय को लेकर विगत में कई बार भी संबंधित विभागीय अधिकारियों का ध्यानाकर्षण कराने का कार्य कर्सियाग नगरपालिका की ओर से किया गया था। परंतु आजतक किसी भी पक्ष से सकारात्मक पहल अपनाने का कार्य नहीं किया गया है। यहा तक कि वर्ष -2018 में तो इस कार्य को करने खातिर इस्टीमेट बनाने का कार्य कर वेटिंग भी संबंधित विभागीय अधिकारियों द्वारा किया गया था। परंतु आजतक अधर में लटका है यह कार्य। उन्होंने कहा कि कर्सियाग नगरपालिका जनहित को ध्यान में रखकर इस कार्य को यथाशीघ्र कराने के लिए प्रयासरत है। फंड के अभाव में इस कार्य में विलंब होने की बात भी उन्होंने बताया।