उत्तर बंगाल में अशाति फैलाना चाहती है भाजपा
-दाíजलिंग जिला (समतल) तृणमूल काग्रेस अध्यक्ष रंजन सरकार ने लगाया आरोप बंग-भंग की किसी भी साजि
-दाíजलिंग जिला (समतल) तृणमूल काग्रेस अध्यक्ष रंजन सरकार ने लगाया आरोप, बंग-भंग की किसी भी साजिश को कामयाब नहीं होने देगी जनता जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : दाíजलिंग जिला (समतल) तृणमूल काग्रेस अध्यक्ष रंजन सरकार ने कहा है कि भाजपा व आरएसएस उत्तर बंगाल में अशाति फैलाना चाहते हैं। सिलीगुड़ी को इसका केंद्र बनाए जाने की कोशिशें की जा रही हैं। भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रदेश महासचिव शायंतन बसु पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कुछ छोटे-मोटे नेता जो अपने आप को बहुत बड़ा समझते हैं वह यहा आ रहे हैं और बड़े दामी होटलों में ठह रहे हैं। वहा वे किस किस से मिलते हैं, क्या-क्या होता है उसका सारा रिकॉर्ड हमारे पास है। उनसे मिलने वालों में ज्यादातर माफिया लोग शामिल हैं। वे लोग यहा सिलीगुड़ी को अशाति का अखाड़ा बनाना चाहते हैं। हमारे पास सारी रिपोर्ट है।
वह शनिवार को यहा पार्टी जिला कार्यालय विधान भवन में संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हफ्ते भर पहले भाजपा के एक सासद ने यहा दो माइल के निकट एक होटल के लॉन में बैठकर किन-किन लोगों से क्या-क्या बैठक की है। उसका सारा दस्तावेज हमारे पास है। यहा अशाति पैदा करने की किसी भी कोशिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। बंग-भंग के किसी भी षड्यंत्र को यहा की जनता कामयाब नहीं होने देगी। सिलीगुड़ी व उत्तर बंगाल की जनता अन्य राज्यों की तरह नहीं है जो उनकी साप्रदायिकता के बहकावे में आ जाएगी। यहा हर धर्म व संप्रदाय के लोग तमाम भेदभाव से परे एकजुट होकर रहते हैं। यह मिनी इंडिया है। इसे बर्बाद करने की हर एक कोशिश को नाकाम कर दिया जाएगा। गणतात्रिक तरीके से लोग इसका जवाब देंगे। भाजपा के जो नेता अपने आप को बड़ा तीस मार खा समझते हैं और यहा आकर अभद्र व अमर्यादित भाषाओं का प्रयोग कर लोगों को भड़काना चाहते हैं। उन्हें अपनी हैसियत का अंदाजा होना चाहिए। वह एक पंचायत चुनाव तक नहीं जीत सकते। 2021 के बाद उन्हें या तो बिल में छुप जाना होगा या फिर उन्हीं उग्रवादियों के साथ छुप कर रहना होगा जिनके साथ वह अभी षड्यंत्र रचने में लगे हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हमें आज महान समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की 201वीं जयंती मनाते हुए उस माजरे को याद कर बड़ी पीड़ा हुई कि कैसे आरएसएस और भाजपा व उसके छात्र संगठन ने मिलकर इसी बंगाल की धरती पर हमारे महान समाज सुधारक ईश्वरचंद्र विद्यासागर की मूíत को तोड़ा था। हम उसे भूल नहीं सकते। हम छात्रों व युवाओं से आह्वान करते हैं कि इसके विरोध में वे सड़कों पर उतरें। एकजुट होकर आगे आएं। आदोलन करें। उनका मुखर होना जरूरी है। हमारे शहर व हमारे उत्तर बंगाल और पूरे राज्य को साप्रदायिकता व अशाति से बचाना हम सबका परम कर्तव्य है।