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सीमवर्ती लोगों की समस्याओं से अवगत हुए सांसद

जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी कोरोना वायरस महामारी के चलते भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र पानीटंक

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Nov 2021 09:12 PM (IST)Updated: Tue, 02 Nov 2021 09:12 PM (IST)
सीमवर्ती लोगों की समस्याओं से अवगत हुए सांसद
सीमवर्ती लोगों की समस्याओं से अवगत हुए सांसद

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस महामारी के चलते भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र पानीटंकी समेत अन्य सीमा क्षेत्रों में लोगों को हो रही समस्याओं से दार्जिलिंग लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजू बिष्ट अवगत हुए। उन्होंने मंगलवार को भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र पानीटंकी का दौरा लोगों से बातचीत की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल के लोगों के बीच गहरे संबंध हैं। हमारे दोनों देशों की सभ्यता, संस्कृति, इतिहास, भौगालिक स्थिति, अर्थव्यवस्था, भाषा और एक रक्त संबंधों से बंधे हुए हैं। हमारे दोनों देशों के लोग जीविका और अच्छे जीवन के लिए एक-दूसरे पर निर्भर हैं, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों के लोग काफी एक-दूसरे से घूले-मिले हैं।

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बिष्ट ने कहा कि मैंने पानीटंकी सीमा क्षेत्र का दौरा किया और यहा के लोगों से बातचीत की। लोगों द्वारा बताया गया कोरोना काल में यहां के व्यापारियों, छात्रों, मरीजों आदि सहित स्थानीय लोगों को बहुत नुकसान हुआ है, क्योंकि महामारी के चलते भारत-नेपाल सीमा लंबे समय से बंद थी।

उन्होंने कहा कि पानीटंकी व्यापारियों द्वारा राज्य के खजाने में भारी राजस्व का योगदान दिया जाता है। महामारी के दौरान जब उन्हें सीमा बंद के कारण भारी नुकसान और आजीविका के संकट का सामना करना पड़ा, तो पश्चिम बंगाल सरकार ने उनकी समस्याओं के समाधान के लिए लिए कुछ नहीं किया।

राज्य में पर्याप्त रोजगार के अवसरों की कमी के कारण, पानीटंकी सीमा क्षेत्र के कई युवक और युवतिया नेपाल में सीमा पार अपने रोजगार के तलाश में पलायन किए। हालांकि नेपाल के युवा भी भारतीय क्षेत्र में काम करते हैं। लेकिन सीमा बंद होने से बेरोजगार युवाओं को भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है, छात्र अपने स्कूल और कॉलेजों में शामिल नहीं हो पा रहे हैं। सीमा खोलने को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई थी।

स्थानीय लोगों के साथ बातचीत के बाद, मैंने एसएसबी के सहायक कमाडेंट और क्षेत्र के प्रभारी कमाडेंट से मुलाकात की और बातचीत की। उन्होंने मुझे बताया कि भारत और नेपाल के बीच की सीमा अब पूरी तरह से खोल दी गई है। उन्होंने मुझे यह भी बताया कि बीते सोमवार एक नवंबर को 17000 लोगों ने सीमा पार की। हालाकि, उन्होंने कहा कि नेपाल की ओर से अनुरोध के बाद टोटो सहित तीन पहिया वाहनों के प्रवेश को फिलहाल रोक दिया गया है, हालाकि एसएसबी के कमाडेंट ने उम्मीद जताया है कि आपसी विचार-विमर्श के बाद जल्द ही तीन पहिया वाहनों के प्रवेश की अनुमति दे दी जाएगी। इससे उम्मीद है कि स्थानीय कारोबारियों, व्यापारियों, मरीजों, छात्रों और युवाओं को फायदा होगा।

सांसद बिष्ट ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो मैं केंद्रीय गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय दोनों के साथ उनकी समस्याओं को उठाऊंगा।

इस दौरान सांसद ने स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात कर राष्ट्र निर्माण के प्रति उनके समर्पण की सराहना की।


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