Corona in Bengal: कोराना वैक्सीन की कमी से निजी टीकाकरण केंद्र बंद, 15 दिनों से नही हो रहा टीकाकरण
सरकारी स्तर पर सिर्फ उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ही हो रहा है टीकाकरणपूरे जिले में कोवैक्सीन वैक्सीन खत्म सेकंड डोज वाले को भी नहीं हो पा रहा टीकाकरण कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोग कोरोना का टीका लेने के लिए आगे आ रहे हैं
सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए एक ओर लोग कोरोना का टीका लेने के लिए आगे आ रहे हैं, तो दूसरी ओर वैक्सीन की कमी होने लगी है। इससे टीकाकरण अभियान को झटका लगा है। जबकि पहले जब लोग वैक्सीन को लेकर उतना गंभीर नहीं थे तो वैक्सीन की कमी नहीं थी। मिली जानकारी के अनुसार निजी वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन खत्म होने से सेंटर को फिलहाल के लिए बंद रखना पड़ा है।
सिलीगुड़ी के सेवक रोड स्थित तराई लायंस ब्लड बैंक समय शहर में जितने प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर हैं सभी सेंटर पिछले 10 दिनों से बंद पड़े हैं वैक्सीन की उपलब्धता नहीं होने से वैक्सीन की खुराक नहीं दी जा पा रही है। तराई लायंस ब्लड बैंक द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उक्त सेंटर पर 10 पहले का ही वैक्सीन खत्म हो गई। बताया गया कि उनके यहां फरवरी में सरकारी स्तर पर डॉक्टरों, कोविड वरियर्स व फ्रंटलाइन वर्कर्स को मुफ्त में कोरोना के वैक्सीन दी जा रही थी। इस बारे में तराई लायंस ब्लड बैंक के पूर्व चेयरमैन अतुल झंवर का कहना है कि चार मार्च से पेड वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू की गई थी। 31 मार्च तक 4002 लोगों को कोरोना की वैक्सीन दी गई। जबकि इस एक अप्रैल से 45 वर्ष से उपर के सभी व्यक्तियों को कोरोना वैक्सीन दिए जाने के फैसले के बाद काफी संख्या में लोग टीका लेने आने लगे।
उन्होंने बताया कि पिछले महीने एक अप्रैल से लेकर 22 अप्रैल तक 5462 लोगों को टीका लगा था। हालांकि उन्होंने बताया कि पिछले महीने 23 अप्रैल महीने से ही वैक्सीन की कमी से सेंटर को बंद करना पड़ा। उन्होंने उम्मीद जताया कि जल्द ही वैक्सीन मिल जाएगी जिससे टीकाकरण अभियान फिर से शुरू किया जा सकेगा। तराई लांयस ब्लड बैंक के अलावा शहर के अन्य निजी टीकाकरण केंद्रों पर भी वैक्सीन खत्म हो गई है।
उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में टीकाकरण के लिए लग रही लंबी लाइनें
दूसरी ओर उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कोरोनावायरस के लिए हर दिन लंबी-लंबी लाइने लग रही हैं यहां पर पुलिस मेडिकल स्टाफ चिकित्सक के अलावा बीएसएफ सीआरपीएफ समेत अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों, फ्रंटलाइन वर्कर तथा 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन वकी खुराक दी जा रही है। इन बीएमसीएच के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार यहां पर हर दिन 500 से अधिक लोगों को वैक्सीन की प्रथम और द्वितीय डोज दिया जा रहा है।
-कोवाक्सीन की कमी से नहीं दिया जा पा रहा है सेकंड डोज
एक और जहां अन्य सेंटरों पर कोविसील्ड और कोवाक्सीन कोई भी वैक्सीन नही है, वहीं उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भी पिछले एक सप्ताह से कोवाक्सिन वेक्सीन खत्म हो गई है। इस वजह से जो लोग कोवाक्सीन का फस्ट डोज ले चुके हैं उन्हें भी सेकंड डोज नहीं दिया जा पा रहा है। हालांकि मेडिकल अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग द्वारा उम्मीद जताई जा रही है कि यहां पर अगले सप्ताह को कोवाक्सीन वैक्सीन भी आ जाएगी। सिलीगुड़ी जिला अस्पताल तथा उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल अन्य सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर भी वैक्सीन की कमी होने लगी है।
-18 साल से अधिक उम्र के लोगों की नहीं शुरू हुई टीकाकरण प्रक्रिया
जिले 18 वर्ष से अधिक के उम्र के लोगों का पुराना टीकाकरण अभियान अभी शुरू नहीं हो पाया है। मिली जानकारी के अनुसार के टीकाकरण के लिए कोविन ऐप पर रजिस्ट्रेशन तो हो रहा है, लेकिन सेंटर स्लॉट और सेंटर साइट नहीं मिल रहा है। जिससे लोगों को मालूम नहीं चल रहा है कि कोरोनावायरस का टीका लेने के लिए उन्हें किस सेंटर पर जाना होगा।
कोरोना वैक्सीन की कमी के बारे में इस बारे में दार्जिलिंग जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ प्रलय आचार्य का कहना है कि वैक्सीन की कमी होने के चलते निजी टीकाकरण केंद्रों पर आपूर्ति नहीं हो पा रही है। वैक्सीन आने के बाद उसे केंद्रों पर भेज दी जाएगी।