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वाहे गुरु- वाहे गुरु से गूंज उठा गुरुद्वारा

- कोरोना पर सरकारी गाइड लाइन का किया गया पालन जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी श्री गुरु सिंह सभा

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Jan 2021 08:05 PM (IST)Updated: Wed, 20 Jan 2021 08:05 PM (IST)
वाहे गुरु- वाहे गुरु से गूंज उठा गुरुद्वारा
वाहे गुरु- वाहे गुरु से गूंज उठा गुरुद्वारा

- कोरोना पर सरकारी गाइड लाइन का किया गया पालन

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जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : श्री गुरु सिंह सभा के तत्वावधान में गुरु गोविंद सिंह जयंती (प्रकाश पर्व) श्रद्धा और आस्था के साथ मनाई गई। वाहे गुरु, वाहे गुरु से गुरुद्वारा परिसर गूंज उठा । इसी कड़ी के तहत इस वर्ष कोरोना महामारी को देखते हुए बहुत ही सादगी के साथ गुरु गोविंद सिंह जयंती मनाई गई। स्थानीय रागी जत्था भाई गुरुदेव सिंह के द्वारा शबद कीर्तन प्रस्तुत किया गया। जिसके माध्यम से गुरु गोविंद जी की जीवनी पर रोशनी डाली गई। अखंड पाठ की लड़ी की समाप्ति हुई। दीवान सजाया गया। इसी क्रम में कोविड को देखते हुए बाहर से किसी जत्था को आमंत्रित नहीं किया गया था। कोविड को देखते हुए किसी प्रकार की भीड़भाड़ नहीं की गई। सरकारी गाइड लाइन को मानते हुए सारे कार्यक्रम किए आयोजित किए गए थे। प्रयास यही रहा कि गुरुद्वारा परिसर में भीड़ ना हो। शारीरिक दूरी का पालन करते हुए पर्व मनाया गया। दोपहर में लंगर का कार्यक्रम आयोजित किया गया। लगभग छह सौ श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। संध्या बेला में गुरु ग्रंथ साहिब पर फूलों की वर्षा की गई। बहुत ही सावधानी के साथ पर्व मनाया गया। ताकि ये बीमारी अधिक ना फैले। क्योंकि एक-दूसरे के संपर्क में आने से ये संक्रमण अधिक फैलता है।

उल्लेखनीय है कि गुरु गोविंद सिंह सिख समुदाय के अंतिम गुरु थे। इसके उपरात गुरु ग्रंथ साहिब को ही सिखों का गुरु माना गया है। सिख धर्म के श्रद्धालु गुरु ग्रंथ साहिब के सामने मत्था टेकते हैं। उन्हीं के आशीर्वाद से हर शुभ कार्य करते हैं।


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