सड़कों पर पेट्रोलियम पदार्थो की खुलेआम बिक्री
-धड़ल्ले से चल रहा सड़क छाप पेट्रोलपंप भाजयुमो ने प्रशासन से की कार्रवाई की मांग -चोर
चिंता वाली बात
-सिंडिकेट की मदद से चल रहा है पूरा धंधा,चोरी के तेल का उपयोग
- भाजयुमो ने प्रशासन से की कार्रवाई की मांग,आंदोलन की धमकी जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :
पेट्रोल पंप खोलने के लिए न सिर्फ लाइसेंस की आवश्यकता होती है बल्कि सुरक्षा मानकों का भी हर स्तर पर ख्याल रखना होता है। ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण पेट्रोल की टंकिया धरती के नीचे बनाई जाती है। इसके बावजूद कभी कभार दुर्घटनाएं हो जाती हैं। परंतु सिलीगुड़ी सीमावर्ती क्षेत्र में आजकल हर चौक चौराहे पर सड़क छाप पेट्रोल पंप चल रहे हैं। इसपर अविलंब रोक लगाने के लिए भारतीय जनता युवा मोर्चा ने प्रशासन से मांग की है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन की भी धमकी दी है। जिलाध्यक्ष कंचन देवनाथ ने कहा कि विशेष रूप से एनजेपी समेत नेपाल और बांग्लादेश सीमावर्ती ग्रामीण इलाके में यह काम धड़ल्ले से हो रहा है। क्योंकि यहां पेट्रोल की किल्लत है। बढ़ रही वाहनों की संख्या और खपत के कारण चौक चौराहों पर बिना लाइसेंस और परमिट के ही यह धंधा चल निकला है। इसके लिए बस एक टेबल और हिम्मत की जरूरत होती है। अधिकारियों की नाक के नीचे इस अवैध धंधे के फलते फूलते देखना हास्यास्पद लगता है। जानकार बताते हैं कि यह न सिर्फ आर्थिक दृष्टिकोण से ठीक नहीं है बल्कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से खुले में पेट्रोल रखकर बेचना बेहद खतरनाक है। खासकर गर्मी के दिनों में दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। तापमान बढ़ा तो फिर आग लगने का खतरा है। ऐसे में यह आवश्यक है कि इस तरह के अवैध धंधे पर रोक लगाई जाए। बतासी, अधिकारी, पानीटंकी, घोषपुकुर, न्यू जलपाईगुड़ी, विधाननगर आदि क्षेत्रों के करीब-करीब सभी प्रमुख चौराहों पर पेट्रोल और डीजल सुलभता से उपलब्ध है। कहते हैं ये सभी चोरी के डीजल और पेट्रोलियम पदार्थ बेचे जाते है। कई बार तो एनजेपी पुलिस ने आइओसी के सामने ही चोरी के डीजल और पेट्रोल बरामद भी किए है परंतु इस धंधे पर रोक नहीं लग पा रहा है। इसके पीछे बड़े सिंडिकेट का हाथ है।