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पान-मसाला कारोबारी आयकर के चंगुल में, चालीस लाख जब्त, खाते में जमा पैसे उत्तर प्रदेश में निकाले

उप निदेशक आयकर अन्वेंषण यूनिट सिलीगुड़ी (डीडीआईटी) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट की टीम ने गुरुवार को उत्तर दिनाजपुर जिला स्थित कानकी के एक व्यापारी के पास से चालीस लाख रुपया जब्त किया है। आरोपित व्यापारी का नाम परवेज अहमद खान बताया गया है।

By Vijay KumarEdited By: Published: Thu, 11 Mar 2021 10:57 PM (IST)Updated: Thu, 11 Mar 2021 10:57 PM (IST)
पान-मसाला कारोबारी आयकर के चंगुल में, चालीस लाख जब्त, खाते में जमा पैसे उत्तर प्रदेश में निकाले
हवाला और बोगस बिलिंग फ्रॉड एंगल से जांच शुरू

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : गुप्त जानकारी और कई महीनों की लगातार कोशिश के बाद उप निदेशक आयकर अन्वेंषण यूनिट सिलीगुड़ी (डीडीआईटी) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट की टीम ने गुरुवार को उत्तर दिनाजपुर जिला स्थित कानकी के एक व्यापारी के पास से चालीस लाख रुपया जब्त किया है। आरोपित व्यापारी का नाम परवेज अहमद खान बताया गया है। मामले की जांच में पूछताछ के लिए डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट ने आरोपित व्यापारी को समन जारी किया है।

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वहीं जब्त चालीस लाख रुपया केंद्र सरकार के खजाने में जमा करा दिया गया है। जबकि इस मामले का तार उत्तर प्रदेश से भी जुड़ गया है। खाते में जमा पैसे उत्तर प्रदेश में ही निकाले गए हैं। इससे आयकर विभाग में और हलचल बढ़ गई है। वहां से कनेक्शन खंगालने का काम भी शुरू हो गया है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते कई महीनों से डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट कानकी निवासी व्यापारी परवेज अहमद खान के आर्थिक लेन-देन पर निगरानी रख रही थी। साथ ही उसके व्यापार और चल-अचल संपत्ति का हिसाब-किताब भी आयकर विभाग ने लगाया। आर्थिक लेन-देन में करोड़ों की हेराफेरी साबित होने के बाद शुक्रवार को डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट ने अभियान चलाया। शुक्रवार की सुबह डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट की एक टीम कानकी के लिए रवाना हुई। शुक्रवार  दोपहर कानकी पहुंचकर आयकर की टीम ने परवेज अहमद खान के फर्म और घर पर छापा मारा। व्यापारी के पास से चालीस लाख रुपए नगद बरामद किए गए। आयकर विभाग को वह रुपये का श्रोत नहीें बता सका । 

सिर्फ एक साल का रिटर्न दाखिल

आयकर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कानकी में परवेज अहमद खान का परवेज इंटरप्राइजेज के नाम से फर्म है। बाजार में परवेज अहमद खान एक पान-मसाला व्यापारी के रुप में परिचित है। बीते कई वर्षों से व्यापार करने के बाद भी परवेज अहमद खान ने सिर्फ एक वर्ष के आय-व्यय का ब्यौरा (आईटी रिटर्न) भरा। 25 लाख रुपए के टर्नओवर वाली परवेज इंटरप्राइजेज के मालिक परवेज अहमद खान ने 25 करोड़ रुपए के आय का कोई ब्यौरा फिलहाल डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट की टीम के समक्ष पेश नहीं कर पाया। डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट ने इस मामले को हवाला और बोगस बिलिंग फ्रॉड से जोड़कर पूरे मामले की जांच शुरु कर दी है। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के इस गर्मजोशी भरे माहौल में इतने बड़े स्तर पर आर्थिक धांधली के सामने आने से आयकर के साथ ही व अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं। 

कोरोना काल में अचानक बढ़ा ट्रांजेक्शन

बीते वित्तीय वर्ष 2019-20 में पेश किए रिटर्न में व्यापारी परवेज अहमद खान ने परवेज इंटरप्राइजेज का टर्नओवर 25 लाख रुपए के करीब दर्ज कराया। लेकिन बीते वर्ष 2020 में अचानक उसके बैंक खाते में ट्रांजेक्शन काफी बढ़ गया। उस समय कोरोना का कहर चरम पर था। तब पूरे देश में व्यापार जगत ठप पड़ा हुआ था। उसी समय अगस्त-2020 में परवेज अहमद खान ने बैंक में एक खाता खोला। 

धीरे-धीरे बढ़ता गया रकम

खाता खोलने के बाद से परवेज अहमद खान मोटी रकम जमा कराने लगा। शुरुआत में प्रति सप्ताह रकम जमा कराने का औसत 5 लाख से 20 लाख तक रहा। लेकिन धीरे-धीरे रकम बढ़ती गई। बीते अगस्त से लेकर अभी तक कथित पान-मसाला व्यापारी परवेज अहमद खान ने प्रति महीने औसतन 25 से 55 लाख रुपए तक अपने बैंक खाते में जमा कराया। बीते आठ महीनो में व्यापारी परवेज अहमद खान ने कानकी के एक बैंक में खोले गए खाते में 25 करोड़ रुपये जमा कराया। 

उत्तर प्रदेश के व्यापारी के खाते में रकम ट्रांसफर

सबसे संदेहास्पद बात तो यह है कि अपने बैंक खाते में जमा 25 करोड़ रुपया परवेज अहमद खान ने उत्तर प्रदेश के अद्योगिक शहर के एक व्यापारी के खाते में ट्रांसफर किया है। इस तरह से इस मामले का तार उत्तर प्रदेश से जुड़ गया। ट्रांसफर होते ही उत्तर प्रदेश के संदिग्ध उस व्यापारी के खाते से रुपया निकासी भी की जाती रही। 

एक महीने में एक करोड़ से अधिक जब्त

यहां बताते चलें कि पश्चिम बंगाल राज्य विधान सभा चुनाव के इस माहौल में बीते एक महीनों में डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट ने अबतक एक करोड़ से अधिक रुपए जब्त कर चुकी है। बीते छह फरवरी को उत्तर बंगाल समेत राज्य के नामचीन बिल्डर दिलीप अग्र्रवाल को सीआईएसएफ के जवानों ने चालीस लाख नगदी के साथ डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट के हवाले किया। बिल्डर दिलीप अग्र्रवाल इतनी भारी नगदी के साथ कोलकाता रवाना होने की फिराक में थे। इसके कुछ दिन बाद ही महाराष्ट्र से बागडोगरा होते हुए बिहार के पटना जा रहे एक कारोबारी के पास से डीडीआईटी सिलीगुड़ी यूनिट की टीम ने 22 लाख रुपए की बरामदगी की थी।


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