ओएसडी ने की एनबीएमसीएच में समीक्षा बैठक
अगले महीने चालू होने वाले एकीकृत ओंकोलॉजी सेवा की तैयारियों का लिया जायजा -कैंसर संबं
अगले महीने चालू होने वाले एकीकृत ओंकोलॉजी सेवा की तैयारियों का लिया जायजा
-कैंसर संबंधी समस्याओं को लेकर एक वार्ड से दूसरे वार्ड का नहीं काटना होगा चक्कर
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कैंसर संबंधी बीमारी के इलाज के लिए अगले महीने चालू होने वाले एकीकृत ओंकोलॉजी सेवा (इंटीग्रेटेड ओंकोलॉजी सर्विस) को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इसके तैयारियों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को उत्तर बंगाल में जन-स्वास्थ्य मामलों को देखने के लिए राज्य सरकार द्वारा नियुक्त ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी (ओएसडी) डॉ सुशांत कुमार राय ने एनबीएमसीएच का दौर किया। इस दौरान उन्होंने एनबीएमसीएच के अधिकारियों से चिकित्सकों के साथ बैठक की। बैठक में डॉ रॉय ने उत्तर बंगाल में कोरोना वायरस की परिस्थतियों तथा एनबीएमसीएच में भर्ती कोरोना मरीजों के चिकित्सा व्यवस्था के बारे में भी जानकारी हासिल की।
एनबीएमसीएच के आधिकारिक सूत्रों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार मरीजों को एक वार्ड से दूसरे वार्ड में अब भटकना ना पड़े, इसके लिए एनबीएमसीएच अंतर्गत एकीकृत ओंकोलॉजी सेवा (इंटीग्रेटेड ओंकोलॉजी सर्विस) शुरू होने वाली है। उक्त सेवा के अंतर्गत मेडिसीन, सर्जरी, पीडियाट्रिक, गाइनकोलॉली तथा इएनटी विभाग इस सेवा का भाग होंगे। इन बीमारियों के मरीज जो कैंसर की भी बीमारी से जूझ रहे हैं अथवा इन विभागों के मरीजों को कैंसर होने की संभावना जताई जा रही हो, ऐसे मरीजों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा। बताया गया कि ओंकोलॉजी एकीकृत सेवा कोलकाता के आईपीजीएमईआर, एसएसकेएम कोलकाता और एनबीएमसीएच में अगले महीने पांच फरवरी विश्व कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में शुरू किए जाने की संभावना है। बताया गया कि ओंकोलॉजी विभाग द्वारा ओपीडी सेवा संचालित की जाएगी। इनडोर के विभागों में बेडों की संख्या निर्धारित कर दी गई है। आएसडी डॉ राय ने बताया कि सर्जरी विभाग में (30 बेड), मेडिसिन ओंकोलॉजी (15 बेड), पीडियाट्रिक्स (15 बेड), ईएनटी (15 बेड) और गायनोकोलॉजी (12 बेड) बेड होंगे।