निर्मला सीतारमण ने आयुष्मान भारत व किसान सम्मान योजना लागू नहीं किए जाने को लेकर ममता सरकार पर साधा निशाना
निर्मला ने कहा कि बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है जहां के एक भी किसान को अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ नहीं मिला है।
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को बंगाल में भाजपा की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए ममता सरकार पर बड़ा हमला बोला। राम मंदिर के मुद्दे पर घेरते हुए निर्मला ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तृणमूल व ममता ने अब तक अपना रुख साफ नहीं किया है। उन्हें इस मुद्दे पर देश को बताना चाहिए कि वह इस फैसले के साथ हैं या विरोध में। वहीं, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना व आयुष्मान भारत योजना अब तक बंगाल में लागू नहीं किए जाने को लेकर उन्होंने सवाल किया कि उन्हें गरीबों की भलाई में इतनी परेशानी क्यों है?
निर्मला ने कहा कि बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है जहां के एक भी किसान को अब तक प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना का लाभ नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि देशभर में 8.95 करोड़ से ज्यादा किसानों के खाते में इस योजना के तहत सालाना 6000 रुपये सीधे भेजा जा रहा है। लेकिन, बंगाल में करीब 72 लाख छोटे व गरीब किसान इसके लाभ से वंचित हैं। राज्य सरकार किसानों की सूची नहीं भेज रही है, जिसके चलते हम उन्हें पैसा नहीं भेज पा रहे हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 की वजह से जम्मू कश्मीर में लोगों को हक नहीं मिलता था। आज भाजपा ने अपने वादे को पूरा कर अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया जिसके लिए अब वहां सभी को समान अधिकार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि जिस अनुच्छेद 370 के खिलाफ बंगाल के सपूत डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना बलिदान दे दिया उस बंगाल की सरकार ने इसका स्वागत तक नहीं किया। वहीं, सीएए के मुद्दे पर भी घेरते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफ़गानिस्तान व अन्य देशों से आए हुए हिंदू अल्पसंख्यक शरणार्थियों को नागरिकता मिलने से तृणमूल को क्यों परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि 60 साल से ये शरणार्थी लोग बंगाल सहित देश के विभिन्न हिस्सों में बिना कोई नागरिक अधिकार के रहने को मजबूर थे। हमारी सरकार उन्हें नागरिकता दे रही है तो तृणमूल इसका क्यों विरोध कर रही है? इसी तरह तीन तलाक के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि हमारी मुस्लिम मां- बहनों को इससे छुटकारा दिलाने के लिए यदि इसे खत्म किया गया तो तृणमूल क्यों विरोध कर रही है?
वहीं, कोरोना के मुद्दे पर घेरते हुए उन्होंने कहा कि तृणमूल सरकार की लापरवाही का खामियाजा यहां की जनता को उठाना पड़ रहा है। वित्त मंत्री ने दावा किया कि केंद्र सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए बंगाल सरकार को अब तक 10,106 करोड़ रुपये दिए हैं। लेकिन, राज्य सरकार ने इससे लड़ने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और जांच से लेकर आंकड़े छुपाने का काम किया। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के वितरण में गड़बड़ी को लेकर भी उन्होंने तृणमूल सरकार को घेरा। निर्मला ने कहा कि केंद्र द्वारा गरीबों के लिए भेजा गया राशन तृणमूल के लोगों ने लूट लिया। उन्होंने वन नेशन वन राशन कार्ड का विरोध को लेकर भी ममता पर निशाना साधा। वित्त मंत्री ने कहा कि तृणमूल का यह कुशासन अब बंगाल में ज्यादा दिन नहीं चलने वाला है। अगले चुनाव में तृणमूल को इसका जवाब मिल जाएगा। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय से वर्चुअल रैली के दौरान वित्त मंत्री के साथ बंगाल के रायगंज से सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री देवश्री चौधरी भी मौजूद थीं।