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कई महीने से यात्री ट्रेनें बंद होने से रेलवे की टूटी कमर

नई राह -पार्सल ट्रेनों से हो रही है राजस्व जुटाने की कोशिश -एनजेपी में प्रथम निजी फ्रेट टí

By JagranEdited By: Published: Mon, 12 Oct 2020 06:25 PM (IST)Updated: Mon, 12 Oct 2020 06:25 PM (IST)
कई महीने से यात्री ट्रेनें बंद होने से रेलवे की टूटी कमर

नई राह

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-पार्सल ट्रेनों से हो रही है राजस्व जुटाने की कोशिश

-एनजेपी में प्रथम निजी फ्रेट टíमनल की शुरूआत

-सितंबर में 3.33 करोड़ कमाने में मिली सफलता जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी:

कोविड-19 से संबंधित महामारी के मद्देनजर सभी नियमित यात्री वाही ट्रेनों के रद्द रहने के कारण, वर्तमान वित्त वर्ष भारतीय रेल के लिए काफी चुनौती पूर्ण रहा है। सभी नियमित यात्री वाही ट्रेनों के अभी भी बंद रहने के कारण राजस्व में भारी कमी आई है। इससे रेलवे की कमर टूट गई है। सिर्फ कुछ स्पेशल पैसेंजर ट्रेनें की यात्रा कर रही है। पूर्वोत्तर सीमा रेलवे क्षेत्र भी इससे प्रभावित हुआ है। राजस्व में आई इस कमी को पूरा करने के लिए मार्च, 2020 में देश व्यापी लॉकडाउन आरम्भ होने के साथ ही विभिन्न तरह के नए-नए उपाय किए गए हैं। इसमें यात्री वाही ट्रेनों की तरह की निर्धारित समय-सारणी के अनुसार सैकड़ों पार्सल ट्रेनों का परिचालन शामिल था। सबसे बड़ी बात यह है कि पूसी रेल का प्रथम निजी फ्रेट टíमनल न्यू जलपाईगुड़ी या कहें एजेपी में शुरु किया गया। इसका लाभ भी हुआ। रेलवे अधिकारियों के अनुसार यहां से माल की बुकिंग में काफी बढ़ोत्तरी हुई। इसका सीधा लाभ पूसी रेलवे को हुआ। कम खर्चीला तथा समय में बचत होने के कारण लंबी दूरी तथा छोटी दूरी दोनों के क्षेत्र में ये ट्रेन काफी लोकप्रिय साबित हुई। पूसी रेल अप्रैल 2020 से 30 सितम्बर 2020 तक के दौरान 750 से भी अधिक समय-सारणीबद्ध पार्सल ट्रेनों का परिचालन किया है। सितम्बर के दौरान 7077 टन से भी अधिक पार्सल सामानों की ढुलाई की गई। पूसी रेलवे की सीपीआरओ शुभानन चंदा ने बताया कि वर्तमान महामारी के दौरान आवश्यक, खाद्य सामग्रियों, दुग्ध उत्पादों, वनस्पतियों इत्यादि की आपूíत की श्रृंखला को बरकरार रखने में यह सहायक साबित हुई। इस महीने पार्सल ट्रैफिक से रु 3.33 करोड़ राजस्व अíजत किए गए।

पांच मंडलों में बीडीयू शुरू

इस पार्सल ट्रेनों में ग्राहकों को सुविधा प्रदान करने तथा ट्रैफिक में वृद्धि के लिए पूसी रेल के सभी पाचों मंडलों में पूर्ण समíपत अधिकारियों की टीम गठित की गई। इस टीम को बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट (बीडीयू) कहा जाता है एवं छोटे एवं मध्यम तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों के लिए एक खिड़की तंत्र के रूप में काम करती है।

बोल्डर ट्रैफिक की भी शुरूआत

फुरकेटिंग तथा न्यू तिनसुकिया स्टेशनों को ऑटोमोबाइल ट्रैफिक की संभलाई के लिए खोल दिया गया। न्यू हरागजाओ स्टेशन बíहगामी स्टोन चिप्स तथा बोल्डर ट्रैफिक की संभलाई के लिए खोल दिया गया। पूर्ववर्ती महीनों में भी पूसी रेल ने विभिन्न प्रकार के सामानों की लोडिंग तथा अनलोडिंग के लिए कई स्टेशनों को अनुमति प्रदान की है। जिससे स्थानीय व्यापारियों को सहायता मिल रही है।


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