कोरोना महामारी में रहना होगा सतर्क
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी कोरोना काल में घर से बाहर निकलकर ड्यूटी करना सबसे अधिक संवेदनश्
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना काल में घर से बाहर निकलकर ड्यूटी करना सबसे अधिक संवेदनशील है, क्योंकि सड़कों पर, बाजार में और दफ्तर पर पता नहीं कौन संक्रमित घूम रहा हो। इसलिए बहुत ज्यादा एहतियात बरतने की जरुरत है। वैक्सीन आने तक सावधानी ही बचाव है। इसको लेकर स्वास्थ्य व्यवस्था की जिम्मेदारी देख रहे शंकर घोष का कहना है कि जब भी कोई पाजिटिव मामला सामने आता है तो पूरे शहर में दहशत का माहौल बन जाता है। मैं स्वयं इसके चपेट में आया था। उसके बावजूद मैं घर से निकलकर काम करता है। कई मरीजों को लेकर अस्पताल भी आया। अस्पताल आने तक भीड़ से गुजरना पड़ता है। परिवारिक काम से भी घर से बाहर जाना पड़ा। नगर निगम के दफ्तर में भी बाहर के लोग आते हैं। इसलिए पूरी एहतियात बरतनी पड़ती है। लाकडाउन के बाद अनलाक शुरू हुआ तो मरीजों ने घरों से निकलना शुरू किया। सड़क से अस्पतालों को कोरोना ही कोरोना संक्रमित घूम रहे हैं। ऐसे माहौल में मरीजों के बीच रहकर भी स्वयं को संक्रमण से बचाना बड़ी चुनौती है। नियमित मास्क पहनकर अस्पताल में रहते हैं। मरीज हो या कर्मचारी या फिर अधिकारी दो मीटर का शारीरिक दूरी पालन जरुर करते हैं। कई बार साबुन से हाथ धोते हैं। सैनिटाइजर भी रखते हैं। गाइडलाइन का पालन किया। नियमित सुबह को व्यायाम भी करते हैं। इनका कहना है कि इन्ही नियमों का सभी पालन करें तो कोरोना से बचे रहेंगे। उन्होंने कहा कि जब भी घर से बाहर निकलें अपने साथ सैनिटाइजर रखें। बाहर से घर आए तो साबुन से हाथ जरूर धोएं। इन नियमों का खुद भी पालन करें और दूसरे को भी पालन कराएं।