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सरकारी निर्देशों के खिलाफ रेगूलेटेड मार्केट के मजदूरों ने बुलंद की आवाज

जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी कोरोना वायरस के दूसरे स्ट्रेन की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए जारी रा

By JagranEdited By: Published: Tue, 11 May 2021 09:20 PM (IST)Updated: Tue, 11 May 2021 09:20 PM (IST)
सरकारी निर्देशों के खिलाफ रेगूलेटेड मार्केट के मजदूरों ने बुलंद की आवाज
सरकारी निर्देशों के खिलाफ रेगूलेटेड मार्केट के मजदूरों ने बुलंद की आवाज

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस के दूसरे स्ट्रेन की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए जारी राज्य सरकार के निर्देश के खिलाफ सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के आईएनटीटीयूसी संगठन ने विगुल फूंका है। सरकारी निर्देश को ताख पर रखकर दोपहर 12 बजे तक ही काम करने का निर्णय लिया है। माजदूरों के इस निर्णय से सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के व्यापारियों की परेशानी बढ़ गई है।

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कोरोना महामारी के दूसरे स्ट्रेन की रफ्तार पर ब्रेक लगाने के लिए केंद्र के निर्देशानुसार राज्य सरकार ने आशिक लॉक डाउन लगाया है। इसके तहत बीते पा?च मई को जारी नई दिशा-निर्देशों के अनुसार बा?ार-हाट को सुबह सात से दस और शाम को पाच से सात बजे तक व्यापार करने की अनुमति है, ताकि लोग भूखा ना रहें। लेकिन सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट की आईएनटीटीयूसी संगठन ने सरकारी निर्देश की खिलाफत किया है। इसके मुखर मार्केट मे सुबह से दोपहर के 12 बजे तक कम करने का निर्णय लिया और पूरे बाजार मे माइकिंग कर ऐलान किया। आश्चर्यजनक यह है की सरकारी निर्देश के खिलाफ लिए गए इस निर्णय को लेकर किया गया माइकिंग प्रधान नगर थाना पुलिस के सामने की गई। चुकी प्रधान नगर थाना सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट परिसर मे ही है। लेकिन पुलिस की ओर से इस माइकिंग के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया गया।

इस संबंध मे सिलीगुड़ी रेगुलेटेड मार्केट के आईएनटीटीयूसी के सचिव पवन कुमार शाह ने बताया की बाजार मे कोरोना ने कोहराम मचा रखा है। मजदूर और मालिक पक्ष मिलाकर करीब छह लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से 25 लोग कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी निर्देश के बाद भी मंडी मे दिन भर व्यापार जारी रहता है। मास्क का सही उपयोग नहीं होता है। जबकि यूनियन कि ओर से सभी मालिकान से मजदूरों के लिए मास्क, सैनिटाइजर और ग्लब्स मुहैया कराने कि माग की गई है। सरकारी निर्देश के विपरीत दोपहर के 12 बजे तक कार्य करने का निर्णय जरुर है, लेकिन कोरोना से बचने के लिए संगठन ने यह निर्णय लिया है। इस निर्णय से पुलिस प्रशासन और एसआरएमसी के सचिव को भी अवगत करा दिया है। यहां बताते चलें कि मंडी मे दिन-भर लोडिंग-अनलोडिंग का काम आईएनटीटीयूसी के मजदूर ही काम करते हैं, बाहरी कोई मजदूर यहां काम नहीं करते हैं। इस संबंध मे फल-सब्जी मंडी एसोसिएशन के सचिव शिव कुमार ने बताया कि आईएनटीटीयूसी कि ओर से बीते शनिवार को चिट्ठी के मार्फत अवगत कराया गया है। इस संबंध मे नगर थाना और मार्केट के सचिव से फोन पर बात किया। उन सभी ने सरकारी निर्देश के अनुसार ही व्यापार करने की सलाह दी है। इधर, आईएनटीटीयूसी के इस निर्णय से व्यापारियों की परेशानी बढ़ गई है। व्यापारियों का कहना है कि इतनी बड़ी मंडी मे निर्धारित कुल पांच घटो मे व्यापार कि पूरी क्रिया मुश्किल है। फिर भी व्यापारी सरकारी निर्देश का पालन करने कि कोशिश कर रहे हैं। लेकिन आईएनटीटीयूसी के 12 बजे तक काम करने के निर्णय से लोडिंग-उनलोडिंग पूरी तरह से प्रभावित होगा, जिससे व्यापार ठप हो जाएगा। व्यापारियों का कहना है कि मजदूरों को मास्क, सैनिटाइजर और ग्लब्स मुहैया कराया गया है। बल्कि पिछले बीते दो सप्ताह मे व्यापारिक संगठन की ओर से दो बार पूरी मंडी सैनिटाइज किया गया है।


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