किसानों के समर्थन में उतरे सीटू समर्थक
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आदोलन रविवार
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: केंद्र के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आदोलन रविवार को भी जारी है। प्रदर्शन के चौथे दिन किसान दिल्ली के तीन सीमाओं पर पर डटे हुए हैं। देश के कई नेताओं ने किसानों के इस आदोलन का समर्थन किया है। केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए वाममोर्चा के श्रमिक संगठन सीटू की ओर से रविवार को एक रैली निकाली गई। रैली का नेतृत्व समन पाठक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों के साथ आतंकियों जैसा बर्ताव किया जा रहा है। दिल्ली उत्तर प्रदेश और हरियाणा में आदोलनकारी किसानों को पीटा जा रहा है जिस तरह से किसानों को दिल्ली में आने से रोका गया है, ऐसा लगता है कि वे देश के नहीं, बल्कि बाहर के किसान हैं।
किसान की मदद करनी है तो सरकार उनको बाजार के भरोसे नहीं छोड़े। उससे भलाई नहीं होगी। किसान और व्यापार का पुराना रिश्ता है। भाजपा ने खेती और व्यापार दोनों को बर्बाद किया है। मिसकाल व्यवस्था से भाजपा दुनिया की बड़ी पार्टी बनने का दावा तो करती है पर वह मिसकाल में उस जगह का पता नहीं बताती जहा किसान धान पहुंचाए, उसको फसल की सही कीमत मिले। और नौजवान को जहा रोजगार हासिल हो सके। समाजवादी काले कानून के खिलाफ है। समाजवादी पार्टी किसानों की मागों का समर्थन करती हैं। सीटू नेता विमल पाल ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल है। दुनिया में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार रिश्वतखोरी यहा है। हिरासत में मौतों के मामले में भी सबसे ऊपर हैं। निर्दोष लोगों पर झूठे केस लगाए जा रहे हैं। भाजपा काम सिर्फ झूठ बोलना है। इसीलिए सभी लोगों को केंद्र की भाजपा सरकार और किसान विरोधी नीति का खुलकर विरोध करना चाहिए।