आपदा प्रबंधन को लेकर एनएनएफ रेलवे ने शुरू की तैयारियां
-कर्मचारियों को हमेशा सतर्क रहने की सलाह -विभिन्न विभागों के अधिकारी हुए शामिल ज
-कर्मचारियों को हमेशा सतर्क रहने की सलाह
-विभिन्न विभागों के अधिकारी हुए शामिल जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : बारिश से पहले एनएफ रेलवे ने आपदा प्रबंधन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है। हर साल ही बारिश के मौसम में उत्तर बंगाल सहित पूरे पूर्वोत्तर सीमा रेलवे क्षेत्र में काफी तबाही होती है। बाढ़ के कारण रेलवे पुलों और पटरियों को नुकसान होता है। इस दौरान ट्रेन सेवा बुरी तरह से प्रभावित होती है। बुधवार को गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पर आपदा प्रबंधन को लेकर विशेष चर्चा की गई। एनएफ रेलवे के जीएम संजीव राय ने प्रदीप जलाकर इस परिचर्चा कार्यक्रम का उद्घाटन किया। इस अवसर पर एनएफ रेलवे के अतिरिक्त महाप्रबंधक राधे रमन, प्रधान मुख्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल, प्रधान कार्यकारी निदेशक/सुरक्षा/ रेलवे बोर्ड/नई दिल्ली के नरेश चंद्र गोयल के साथ मुख्यालय एवं मंडल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। एक दिन व्यापी इस परिचर्चा में ट्रेनों के आवागामन तथा जीवन हानि सहित किसी भी आपदा के दौरान महत्पूर्ण भूमिका निभाने वाले एनएफ रेलवे के लामडिंग मंडल के अधीन सभी विभागों कर्मचारियों ने भाग लिया।
इसको संबोधित करते हुए महाप्रबंधक ने सभी लोगों को ट्रेनों के परिचालन में कोई भी संक्षिप्त विधि न अपनाते हुए सतर्कता एवं सुनिश्चितता बरतने को कहा। उन्होंने पिछले कुछ वषरें में ट्रेन दुर्घटना की संख्या कम करने में उत्कृष्ट भूमिका निभाने वाले फील्ड कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। सम्पूर्ण भारतीय रेल की सुरक्षा की पहलुओं की निगराने करने वाले व प्रधान कार्यकारी निदेशक/सुरक्षा/ रेलवे बोर्ड/नई दिल्ली के नरेश चंद्र गोयल ने सभी जोनल रेलवे में से सुरक्षा संबंधी विषयों पर बेहतर कार्य प्रदर्शन दिखाने के लिए एनएफ रेलवे के कार्यशैली की सराहना की। उन्होंने बताया कि भारतीय रेल रोजाना 20 हजार ट्रेनों का परिचालन करती है एवं करीब 2.5 करोड़ लोग आवागमन करते हैं। प्रधान मुख्य सुरक्षा अधिकारी मनोज कुमार अग्रवाल ट्रेन परिचालन में शामिल सभी कर्मचारियों यानी लोको पायलटों, स्टेशन मॉस्टरों, गाडरें, इंजीनियरिंग, मैकनिकल, संकेत एवं दूरसंचार कर्मचारियों को सदैव सतर्क रहने को कहा, क्योंकि सिर्फ उनकी सतर्कता की ट्रेनों की सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित कर सकती है। सिविल डिफेंस, स्काउट्स एवं गाइड्स के कर्मचारी, रेलवे सुरक्षा बल ने भी इस परिचर्चा में भाग लिया।
परिचर्चा कार्यक्रम के बाद रेल मुख्यालय में सुरक्षा समीक्षा संबंधी एक बैठक का भी आयोजन किया गया। जिसमें रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अलावा सभी विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।