जालसाजी के खुलासे पर विपक्ष के तेवर तल्ख
-नगर निगम में दिनभर बनी रही गहमा-गहमी -तृणमूल ने कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन -दोषियों के ख्ि
-नगर निगम में दिनभर बनी रही गहमा-गहमी
-तृणमूल ने कमिश्नर को सौंपा ज्ञापन
-दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
-बोर्ड बैठक हंगामेदार होने की संभावना
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : चुनाव के पहले सिलीगुड़ी नगर निगम में घोटाले का एक बड़ा मामला सामने आने से विपक्ष में उबाल है। बिल्डिंग प्लान पास कराने के लिए शुल्क के रूप में जो रकम ली जाती है,उसमें हेराफेरी की गई है। इस तरह से लाखों रुपये का घपला हुआ है। इसको निगम की विपक्षी पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बना लिया है। इस मामले को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम में बुधवार को दिनभर गहमा-गहमी बनी रही। कर्मचारी से लेकर अधिकारी तक सब इसी मामले की चर्चा कर रहे थे।
तृणमूल ने इस मामले की जांच करने तथा इसके लिए जिम्मेदार व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस की ओर से बुधवार को नगर निगम के कमिश्नर सोनम वांग्दी भूटिया को ज्ञापन सौंपा गया। सिलीगुड़ी नगर निगम में विपक्ष के नेता रंजन सरकार ने आरोप लगाया कि वाम मोर्चा संचालित सिलीगुड़ी नगर निगम के एक नंबर बोरो कमेटी में जमकर धांधली हो रही है। बोरो कमेटी एक अंतर्गत वार्ड नंबर 46 के दो नागरिकों ने बिल्डिंग प्लान के लिए आवेदन किया था। प्लान पास होने के लिए जो आवश्यक रकम ली गई,उसकी पुरानी रसीद दे दी गई। पैसे को हजम कर लिया गया। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि जा रसीद दी गई,उस रसीद की बुकलेट एक साल पहले ही चोरी हो गई है। उन्होंने कहा कि बिल्डिंग प्लान पास कराने के नाम शुल्क जमा करा लिया गया, जबकि शुल्क सरकारी खजाने में जमा नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि हर तरह से यहां धांधली हो रही है। ट्रेड लाइसेंस विभाग में धांधली हो रही है। इन सब मामले की जांच कराई जानी चाहिए। इसके लिए जो जिम्मेदार है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। रंजन सरकार ने आरोप लगते हुए कहा कि वामो बोर्ड में बगैर रिश्वत कोई काम नहीं हो सकता है। आम लोगों को हर काम कराने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। यहां बता दें कि सिलीगुड़ी नगर निगम में वर्तमान वामो बोर्ड का कार्यकाल खत्म होने की ओर है। ऐसे में नगर निगम में प्रमुख विपक्षी दल तृणमूल कांग्रेस ने वामो को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। इस महीने अंतिम बोर्ड बैठक हंगामेदार होने ही संभावना है। तृणमूल ने कहा है कि बोर्ड बैठक में भी इस मामले को उठाएंगे। जबकि नगर निगम में जालसाजी के खुलासे से काफी गहमा-गहमी चल रही है। आरोप है कि सिलीगुड़ी नगर निगम के एक नंबर बोरो कार्यालय में काफी समय से यह धंधा चल रहा था।
क्या है पूरा मामला
बिल्डिंग प्लान पास कराने के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम की एक शुल्क निर्धारित है। शुल्क जमा कराने पर नागरिकों को रसीद दी जाती है। सिलीगुड़ी नगर निगम के एक नंबर बोरो कार्यालय में इसी मनी रसीद में जालसाजी किए जाने का खुलासा हुआ है। आरोप है कि एक नंबर बोरो कार्यालय में बिल्डिंग प्लान के लिए नियुक्त कर्मचारी प्लान पास कराने के लिए शुल्क जमा कराने वाले आवेदकों को पुरानी रसीद दे रहे थे। जो पैसे लेते थे वह हजम कर जाते थे।
जानकारी के मुताबिक एक नंबर बोरो कार्यालय में नियुक्त लोअर डिवीजन क्लर्क (एलडीसी) मोहम्मद ताहिर हुसैन पर यह जालसाजी करने का आरोप लगा है। उसके खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।