पहली बार जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे राज्यपाल
-सूचना के बाद से राजनीतिक सरगर्मी तेज विपक्ष में दिख रहा उत्साह जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी
-सूचना के बाद से राजनीतिक सरगर्मी तेज, विपक्ष में दिख रहा उत्साह
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : राज्यपाल जगदीश धनखड़ के सिलीगुड़ी दौरा एक बार फिर से राजनीतिक चर्चा का विषय बने हुए है। जादवपुर विश्वविद्यालय में फंसे केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को बचाकर लाने को लेकर पहले से ही सुर्खियां बटोर रहे है। इसको लेकर राजनीतिक बयानबाजी चाहे जो हो परंतु राज्यपाल के कार्यशैली को जनता पंसद कर रही है। राज्यपाल 24 सितंबर को सिलीगुड़ी दौरा के दौरान वे विपक्षी जनप्रतिनिधियों विधायक, सांसद व महकमा परिषद के सभाधिपति के साथ स्टेट गेस्ट हाउस में बैठक करेंगे। राज्य के 20 वर्षो तक मंत्री रहे वर्तमान के मेयर सह विधायक अशोक नारायण भट्टाचार्य का कहना है कि यह पहली बार होगा जब राज्यपाल स्वयं विपक्षी नेताओं के साथ बैठक करेंगे। ऐसा कई बार हुआ है कि जनप्रतिनिधि अपनी बातों को लेकर राज्यपाल के पास गए है लेकिन यह पहली बार होगा कि राज्यपाल जनप्रतिनिधियों को बुलाकर उनकी समस्याओं को सुनेंगे। इससे अच्छी बात क्या हो सकती है। दार्जिलिंग हिल्स समेत अन्य कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दार्जिलिंग के सांसद भी राज्यपाल के सामने अपनी बातें रखने की तैयारी की है। वे उत्तर बंगाल में राजनीतिक हिंसा और विकास कार्यो में आ रही रुकावट को लेकर अपनी बातें करेंगे। कई बार ऐसा देखा जाता है कि जब सरकार विपक्ष की बातों को नजर अंदाज करती है तो वे राज्यपाल के पास ही गुहार लगाते है। कांग्रेस विधायक शंकर मालाकार व सुनील तिर्की भी इस बैठक में कई मुद्दों को उठाने की तैयारी में है।
मेयर राज्यपाल के सामने रखेंगे अपनी बात
मेयर अशोक नारायण भट्टाचार्य ने रविवार को सिलीगुड़ी के डंपिंग ग्राउंड में एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं से बातें करते हुए कहा कि राज्यपाल भवन से राज्यपाल के सिलीगुड़ी आने व यहां के जन-प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने की सूचना मिली थी। बैठक में शामिल होकर सिलीगुड़ी की समस्याओं से राज्यपाल को अवगत कराएंगे। उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी के विकास के बारे में राज्यपाल अगर मुझसे जानना चाहें कि सिलीगुड़ी के विकास में कुछ समस्या है कि नहीं इस बारे में उन्हें जानकारी दी जाएगी। सिलीगुड़ी के विकास में राज्य सरकार व केंद्र सरकार को सहयोग करने के लिए राजी करें, ताकि सिलीगुड़ी जैसे महत्वपूर्ण शहर के विकास में राज्य व केंद्र सरकार जरूरी सहयोग कर सके।
राज्य सरकार की ओर से किसी बैठक में विपक्षी दलों में शामिल नहीं करने तथा अचानक राज्यपाल द्वारा यहां पर बैठक बुलाने के पीछे क्या कारण हो सकता है, इस बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में मेयर ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य में दो संविधान चल रहा है। एक सत्ता पक्ष के लिए दूसरा विपक्ष के लिए। मुख्यमंत्री पूरे राज्य में सत्ताधारी दल के नगर निकाय के चेयरमैन व जिलों जिला सभाधिपतियों को बैठक में बुलाएंगी, लेकिन विपक्ष दल के सभाधिपतियों, चेयरमैनों व जन-प्रतिनिधियों को नहीं बुलाएंगी। राज्य में संविधान चलाना ठीक नहीं है। हालांकि मेयर ने कहा कि राज्यपाल के साथ होने वाली बैठक में वे देखेंगे कि राज्यपाल संविधान से बाहर तो कोई अधिकार लागू करने की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं। अगर संविधान से अलग कोई अधिकार लागू करने की कोशिश करेंगे तो वह इसका समर्थन नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि संविधान से उपर न तो राज्यपाल हैं और ना ही संविधान से उपर मुख्यमंत्री हैं। सबको संविधान के अनुसार ही कार्य करना होता है।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्यपाल धनखड़ मंगलवार यानि 24 सितंबर को हवाई मार्ग से दोपहर 12.20 में बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचेंगे। वहां से वे सड़क मार्ग से हिलकार्ट रोड स्थित एक होटल में इंडियन चेंबर ऑफ कॉमर्स के नए भवन का उद्घाटन कर उसे संबोधित करेंगे। एक घंटे बाद वे वे पास के राज्य अतिथिशाला में पहुंचेंगे। वहां दार्जिलिंग के डीएम, सिलीगुड़ी के मेयर समेत अन्य जन-प्रतिनिधियों व अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक के बाद वे शाम को सड़क मार्ग से बागडोगरा जाएंगे और वहां से हवाई मार्ग से दिल्ली रवाना होंगे।