खूंखार उग्रवादी संगठन पर बढ़ायी गयी प्रतिबंध सीमा
त्रिपुरा में खूंखार उग्रवादी संगठनों पर प्रतिबंध की सीमा पांच वर्षो के लिए बढ़ाए जाने और असम के हैलाकांडी में सांप्रदायिक झड़प को लेकर जारी कफ्यू को लेकर सुरक्षा चाक चौबंद कर दिया
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : पड़ोसी राज्य त्रिपुरा में खूंखार उग्रवादी संगठनों पर प्रतिबंध की सीमा पांच वर्षो के लिए बढ़ाए जाने और असम के हैलाकांडी में सांप्रदायिक झड़प को लेकर जारी कफ्यू को लेकर उत्तर बंगाल और बांग्लादेश सीमांत क्षेत्रों में सुरक्षा चाक चौबंद कर दिया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गृहमंत्रालय के अधिसूचना के अनुसार नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा एनण्लएफटी और ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स एलटीटीएफ पर प्रतिबंध की सीमा पांच वर्षो के लिए बढ़ा दी है। बताया गया कि रक्षा मंत्रालय खुफिया ब्यूरो कैबिनेट सचिवालय रॉ और सीआरपीएफ से सलाह मशविरा करने के बाद इन दोनों संगठनों पर पाबंदी जारी रखने की सिफारिश की गयी थी।
इसके साथ ही असम के हैलाकांडी में पिछले शुक्रवार को नमाज को लेकर उत्पन्न तनाव व हिंसा के बीच सोमवार तक कर्फ्यू लगा दी गयी है। तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए सीमांत क्षेत्रों में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़े इसके लिए चौकसी बरती जा रही है। बांग्लादेशी, भूटान और उत्तर बंगाल की सीमा पर पुलिस के साथ सुरक्षा एजेंसियों के साथ लगातार अर्द्धसैनिक बल लगातार संपर्क में है। इन राज्यों से आने वाली वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। गर्मी के साथ ही असम और त्रिपुरा क्षेत्र में बढ़ी संख्या में देश विदेश के पर्यटक यहां जाते है। ये सभी पर्यटक उत्तर बंगाल होकर ही यहां जाते है। उसके साथ किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना ना हो इसके लिए उन्हें सीमावर्ती क्षेत्रों में सावधानी बरतने की जानकारी भी दी जा रही है।
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