भ्रूण हत्या व क्रूरता के खिलाफ उठी आवाज
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसे स्लोगन इन दिनों सुर्खियों में हैं। स
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे स्लोगन इन दिनों सुर्खियों में हैं। सरकार महिला सुरक्षा व शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटी हुई है, लेकिन समाज में अब भी कन्या भू्रण हत्या व महिलाओं पर घरेलू अत्याचार की घटनाएं जारी है। नेशनल गर्ल चाइल्ड डे के मौके पर इसके खिलाफ आवाज बुलंद की गई। नॉर्थ बंगाल आदर्श योगा अकादमी की ओर से सोमवार को नेशनल गर्ल चाइल्ड डे का पालन किया गया। चंपासारी मोड़ इलाके में इस दौरान जागरूकता रैली की गई। रैली में काफी संख्या में स्कूली छात्राएं शामिल रहीं। रैली इस क्षेत्र में विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरी। नॉर्थ बंगाल आदर्श योगा अकादमी के शिव हाजरा ने कहा कि नेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर एक जागरूकता रैली की गई है। तमाम दावों के बावजूद अब भी समाज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। कन्या भू्रण हत्या जारी है। महिलाओं के साथ हो रही घरेलू हिसा की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। यह सही नहीं हैं। कन्या भ्रूण हत्या को रोकना ही होगा। महिलाओं को समाज में बड़ी भागीदारी देनी होगी, तभी सब ठीक होगा। भेदभाव के बजाय महिलाओं को सामान अधिकार प्रदान करना होगा। आज की बच्चिया कल की भविष्य हैं। रैली के माध्यम से हमने लोगों को जागरूक करने का एक छोटा प्रयास किया है। उम्मीद है कि इस तरह के प्रयासों से समाज जागरूक होगा।
-------------------- जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे स्लोगन इन दिनों सुर्खियों में हैं। सरकार महिला सुरक्षा व शिक्षा को बढ़ावा देने में जुटी हुई है, लेकिन समाज में अब भी कन्या भू्रण हत्या व महिलाओं पर घरेलू अत्याचार की घटनाएं जारी है। नेशनल गर्ल चाइल्ड डे के मौके पर इसके खिलाफ आवाज बुलंद की गई। नॉर्थ बंगाल आदर्श योगा अकादमी की ओर से सोमवार को नेशनल गर्ल चाइल्ड डे का पालन किया गया। चंपासारी मोड़ इलाके में इस दौरान जागरूकता रैली की गई। रैली में काफी संख्या में स्कूली छात्राएं शामिल रहीं। रैली इस क्षेत्र में विभिन्न हिस्सों से होकर गुजरी। नॉर्थ बंगाल आदर्श योगा अकादमी के शिव हाजरा ने कहा कि नेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर एक जागरूकता रैली की गई है। तमाम दावों के बावजूद अब भी समाज में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। कन्या भू्रण हत्या जारी है। महिलाओं के साथ हो रही घरेलू हिसा की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। यह सही नहीं हैं। कन्या भ्रूण हत्या को रोकना ही होगा। महिलाओं को समाज में बड़ी भागीदारी देनी होगी, तभी सब ठीक होगा। भेदभाव के बजाय महिलाओं को सामान अधिकार प्रदान करना होगा। आज की बच्चिया कल की भविष्य हैं। रैली के माध्यम से हमने लोगों को जागरूक करने का एक छोटा प्रयास किया है। उम्मीद है कि इस तरह के प्रयासों से समाज जागरूक होगा।