एसीपी के नाम पर रुपये ऐंठने वाला गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा पुलिस रिमांड पर
सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के एसीपी (ईस्ट) अचिंत्य गुप्ता के नाम पर रुपये की वसूली करने के मामले में एनजेपी पुलिस ने एक युवक को गिरफतार किया है।
By Edited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 10:02 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 10:01 PM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस के एसीपी (ईस्ट) अचिंत्य गुप्ता के नाम पर लोगों को डरा-धमका कर रुपये ऐंठने के मामले में एक व्यक्ति को एनजेपी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसकी पहचान सूर्यसेन कॉलोनी निवासी पार्थ भौमिक के रूप में हुई है।
वह काफी दिनों से लोगों से रुपये वसूल रहा था। हाल ही में उसने तृणमूल कांग्रेस नेता गौतम गोस्वामी के भाई संजय गोस्वामी को फोन पर धमकी देकर रुपये की मांग की थी। संजय ने उसे 20 हजार रुपये दे भी दिए थे। मगर, बाद में उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने एनजेपी थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे जलपाईगुड़ी कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने उसे सात दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इस बारे में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर भरत लाल मीणा ने बताया कि पुलिस अधिकारी के नाम पर आम लोगों को डरा-धमका कर रुपये ऐंठने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। इस मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इस मामले में भी जानकारी प्राप्त की जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे. उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
इससे पूर्व जीटीए के नामपर रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस कमिश्नरेट की डीडी टीम ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस प्रकार के मामलों में साइबर सेल की मदद से दोषियों तक पहुंचने की कोशिश की जा जाएगी।
वह काफी दिनों से लोगों से रुपये वसूल रहा था। हाल ही में उसने तृणमूल कांग्रेस नेता गौतम गोस्वामी के भाई संजय गोस्वामी को फोन पर धमकी देकर रुपये की मांग की थी। संजय ने उसे 20 हजार रुपये दे भी दिए थे। मगर, बाद में उन्हें संदेह हुआ तो उन्होंने एनजेपी थाने में मामले की रिपोर्ट दर्ज करा दी।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। उसे जलपाईगुड़ी कोर्ट में पेश किया गया तो कोर्ट ने उसे सात दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर भेज दिया। इस बारे में सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस कमिश्नर भरत लाल मीणा ने बताया कि पुलिस अधिकारी के नाम पर आम लोगों को डरा-धमका कर रुपये ऐंठने के मामले को गंभीरता से लिया गया है। इस मामले में कौन-कौन लोग शामिल हैं, इस मामले में भी जानकारी प्राप्त की जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे. उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
इससे पूर्व जीटीए के नामपर रंगदारी मांगने के आरोप में पुलिस कमिश्नरेट की डीडी टीम ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस प्रकार के मामलों में साइबर सेल की मदद से दोषियों तक पहुंचने की कोशिश की जा जाएगी।
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