मालदा में नाबालिग छात्रा का क्षत-विक्षत शव मिला, पुलिस ने शुरू की जांच
पश्चिम बंगाल का मालदा जिला अपराध का गढ़ माना जाता है। अब हबीबपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में नाबालिग छात्रा का शव पेड़ से लटकता मिला है। आशंका है कि उसकी हत्या की गई है।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Fri, 11 Jan 2019 11:09 AM (IST)Updated: Fri, 11 Jan 2019 11:09 AM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। मालदा जिले के हबीबपुर थाना क्षेत्र के मालिकोड़ा गांव में एक नाबालिग छात्रा का शव क्षत-विक्षत अवस्था में मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। शव पेड़ से लटक रहा था। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। शरीर पर अधिकांश जगहों पर चोट के निशान हैं। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मालदा मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया है।
बताया गया कि मृतका सरस्वती मंडल स्थानीय मानिकोड़ा स्कूल में नवम कक्षा में पढ़ती थी। उसके पिता प्रदीप मंडल व मां काकली मंडल दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। इस वजह से वह मालिकोड़ा गांव में अपनी दादी के यहां पर रहती थी। इस बीच उसकी दादी कुसुम राय अस्वस्थ हो गई। इसके बाद सरस्वती के पिता अपनी मां को इलाज के लिए बैंगलुरू ले गए। इसके बाद से वह अकेली ही घर में रहती थी। पुलिस का अनुमान है कि संभवतः उसकी हत्या करके उसे फांसी से लटका दिया गया है। हत्या के पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया है या नहीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
उसके चाचा विकास सिंह ने पुलिस को बताया कि सरस्वती कई दिनों से अकेली ही घर में रहती थी। हमारे यहां पर भोजन करती थी। बुधवार को वह पढऩे के लिए ट्यूशन गई। लेकिन शाम होने तक वह वापस नहीं लौटी। इसके बाद हमलोगों ने खोजबीन शुरू की। उसके लापता होने की खबर मौखिक रूप से थाने को दी। गुरूवार सुबह घर से कुछ दूर 100 मीटर की दूरी पर उसका शव देखा गया।
बताया गया कि मृतका सरस्वती मंडल स्थानीय मानिकोड़ा स्कूल में नवम कक्षा में पढ़ती थी। उसके पिता प्रदीप मंडल व मां काकली मंडल दिल्ली में रहकर मजदूरी करते हैं। इस वजह से वह मालिकोड़ा गांव में अपनी दादी के यहां पर रहती थी। इस बीच उसकी दादी कुसुम राय अस्वस्थ हो गई। इसके बाद सरस्वती के पिता अपनी मां को इलाज के लिए बैंगलुरू ले गए। इसके बाद से वह अकेली ही घर में रहती थी। पुलिस का अनुमान है कि संभवतः उसकी हत्या करके उसे फांसी से लटका दिया गया है। हत्या के पहले उसके साथ दुष्कर्म किया गया है या नहीं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
उसके चाचा विकास सिंह ने पुलिस को बताया कि सरस्वती कई दिनों से अकेली ही घर में रहती थी। हमारे यहां पर भोजन करती थी। बुधवार को वह पढऩे के लिए ट्यूशन गई। लेकिन शाम होने तक वह वापस नहीं लौटी। इसके बाद हमलोगों ने खोजबीन शुरू की। उसके लापता होने की खबर मौखिक रूप से थाने को दी। गुरूवार सुबह घर से कुछ दूर 100 मीटर की दूरी पर उसका शव देखा गया।
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