हड़ताल में मेडिकल सेल्स प्रतिनिधि हुए शामिल
जागरण संवाददाता सिलीगुड़ी फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन ऑफ इंडिया
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: फेडरेशन ऑफ मेडिकल एंड सेल्स रिप्रेजेंटेटिव एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा आहूत एक दिवसीय हड़ताल में मेडिकल सेल्स से जुड़े दार्जिलिंग के प्रतिनिधि शामिल हुए। कोरोना के चलते लागू नियमों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपनी मांगों को लेकर डिजिटली प्रचार अभियान चलाया। मेडिकल सेल्स रिप्रेजेंटेटिव के दार्जिलिंग जिला सचिव अमित शंकर राय ने कहा कि हड़ताल में देश भर से 13 लाख मेडिकल सेल्स प्रतिनिधि शामिल हुए, जबकि सिलीगुड़ी से 1086 मेडिकल सेल्स प्रतिनिधियों ने काम-काज बंद रखते हुए अपना विरोध जताया है। डॉक्टर, केमिस्ट व रिटेलर को उन्होंने अपनी मांगों से अवगत कराया है। बताते चले कि इनकी 16 मांगों में कुछ मांगे राज्य व कुछ केंद्र से जुड़ी हुई हैं। 16 सूत्रीय मांगों में दवाईयों का मूल्य कम करने, दवाईयों पर लगने वाले जीएसटी दर को कम करने, सेल्स प्रोमोशन एम्लाइज एक्ट को खत्म करने का विरोध, न्यूनतम वेतन 26 हजार रूपए तय करने, मेडिकल रिप्रेजेनटेटिव को ट्रैक करने की कोशिश बंद करने जैसी प्रमुख मांगें शामिल हैं। इनका कहना है कि केंद्र सरकार आम लोगों को स्वास्थ्य परिसेवा प्रदान करने के नाम पर स्वास्थ्य सेवा का निजीकरण करने पर आमदा है। दवाईयों का दाम निरंतर बढ़ते चला जा रहा है। दवाईयों का मूल्य बढ़ने से आम लोगों का जीवन मुश्किल में घिर गया है। जनहित में दवाईओं का दाम घटना चाहिए। जीएसटी के कारण दवाईयों के दाम अधिक हो गए हैं। इसकी मार सीधे तौर पर आम लोगों पर पड़ते हुए दिख रहा है। नए श्रम कानून के जरिए श्रमिकों के अधिकारों का हनन करने का प्रयास किया जा रहा है। इतना ही नहीं सेल्स रिप्रेजेनटेटिव पर इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नजर रखी जा रही है, जिससे उनकी गोपनीयता भंग हो रही है।