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मेयर को बंधक बनाने का प्रतिवाद, निकला नागरिक जुलूस

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By JagranEdited By: Published: Tue, 11 Feb 2020 08:14 PM (IST)Updated: Tue, 11 Feb 2020 08:14 PM (IST)
मेयर को बंधक बनाने का प्रतिवाद, निकला नागरिक जुलूस
मेयर को बंधक बनाने का प्रतिवाद, निकला नागरिक जुलूस

फोटो :

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जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :

तृणमूल कांग्रेस 37 नंबर वार्ड कमेटी की ओर से बीते सोमवार को नगर निगम स्थित कार्यालय में मेयर अशोक भट्टाचार्य का घेराव कर उन्हें लगभग चार घंटे तक बंधक बनाए रखने के मामले के विरुद्ध मंगलवार को शहर में धिक्कार स्वरूप नागरिक जुलूस निकाला गया। इसमें शामिल मेयर अशोक भट्टाचार्य ने कहा कि वे (तृणमूल कांग्रेस के) लोग कोई विरोध प्रदर्शन करने हीं आए थे बल्कि अपनी असभ्यता का परिचय देने आए थे। इसके विरुद्ध शहर के नागरिक चुप नहीं बैठेंगे। यदि आगे फिर ऐसा हुआ तो लोग और जोरदार आंदोलन करेंगे।

उल्लेखनीय है कि वार्ड नंबर 37 के पार्षद रंजनशील शर्मा के नेतृत्व में वार्ड के लोगों ने गत सोमवार को नगर निगम में मेयर को उनके कार्यालय में लगभग चार घंटे तक बंधक बनाए रखा था। रंजनशील शर्मा का कहना था कि माकपा नीत वाममोर्चा शासित सिलीगुड़ी नगर निगम की ओर से उनके वार्ड को उपेक्षित रखा गया है। केवल इसलिए किवह तृणमूल कांग्रेसी वार्ड है। ऐसा नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विकास तो दूर आम सामाजिक सुविधाएं यहां तक कि वृद्धावस्था भत्ता व विधवा भत्ता की अदायगी तक एक साल से ठप कर दी गई है। उसी को शुरू कराए जाने की मांग को लेकर हम लोगों ने प्रदर्शन किया था। इस मुद्दे पर हमारा आंदोलन लगातार जारी रहेगा।

वहीं, इस बारे में मेयर अशोक भट्टाचार्य का कहना है कि एक तो उन लोगों ने कोई पूर्व सूचना नहीं दी कि वे हमसे मिलेंगे, बातचीत करेंगे या ज्ञापन देंगे। वे अचानक से आ धमके। किसी अनुमति के बिना ही मेरे कार्यालय के सामने सायरन व माइक बजाने लगे। इससे मुझे बहुत तकलीफ पहुंची है। यह कोई तरीका नहीं होता है। यह उन लोगों ने पूरी तरह से असभ्य रवैया बरता है। इसके खिलाफ हम लोग मंगलवार को शहर में प्रतिवाद रैली निकालेंगे।

वृद्धावस्था भत्ता व विधवा भत्ता के मुद्दे पर मेयर ने कहा कि कोई बकाया नहीं है। सब समय पर अदायगी हो रही है। बीच में एक साल जो उन लोगों (तृणमूल कांग्रेस सरकार) ने नगर निगम में प्रशासक नियुक्त कर दिया था उसी समय का एक साल का बकाया है। उसे भी हम लोग किस्तवार अदा कर रहे हैं। वे लोग केवल स्वार्थी राजनीति कर रहे हैं वह भी सभ्यता के साथ नहीं बल्कि पूरी तरह असभ्य रूप में। इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।


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