शुरू हुई मास्क व हैंड सैनिटाइजर की कालाबाजारी
-दो से तीन दिनों में ही अचानक बढ़ गए दाम -लॉकडाउन के कारण सर्जिकल मास्क की आपूर्ति बाधि
-दो से तीन दिनों में ही अचानक बढ़ गए दाम
-लॉकडाउन के कारण सर्जिकल मास्क की आपूर्ति बाधित - पहले बिक्री कम होने से परेशान थे दुकानदार
-अचानक कोरोना की बीमारी बढ़ने से बढ़ गई बिक्री 120
से 130 रुपया पहले सैकड़ा सर्जिकल मास्क की कीमत
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से 450 रुपये सैकड़ा अब सर्जिकल मास्क की कीमत
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दिनों के अंदर ही बदल गई पूरी की पूरी स्थिति जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना महामारी की दूसरी घातक लहर के बीच देश भर में ऑक्सीजन संकट हावी है। वहीं, यहां सिलीगुड़ी में फिलहाल ऑक्सीजन संकट तो नहीं है पर मास्क व हैंड सैनिटाइजर संकट की आहट आन पड़ी है। क्योंकि, शहर में बुधवार को कई दुकानों में मास्क व हैंड सैनिाटाइजर नहीं मिल पाए। दुकानदारों का कहना था कि सप्लाई प्रभावित है इसलिए संकट है। वहीं, कई जगह मास्क व हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध थे पर ज्यादा दामों में मिल रहे थे। हांलाकि अनेक मानवीयता हृदयी दुकानदार समुचित दाम पर ही मास्क व हैंड सैनिटाइजर बेचते नजर आए।
एक दुकानदार ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दो दिन पहले तक थोक में जो सर्जिकल मास्क 120-130 रुपये सैंकड़ा मिल रहा था वह अब अचानक 350-450 रुपये सैंकड़ा हो गया है। जिनके पास स्टॉक है वे वर्तमान नाजुक हालात का नाजायज फायदा उठा कर चांदी पीट रहे हैं। ऐसी समस्या क्यों आई? इस बारे में उस दुकानदार ने बताया कि सर्जिकल मास्क ज्यादातर दिल्ली से आता है। वहां लॉकडाउन हो जाने के चलते सप्लाई बंद हो गई है। इसीलिए समस्या उत्पन्न हुई है। हम लोग खुद चाहते हैं कि न थोक में ज्यादा दाम में खरीदें और न ही खुदरा में ज्यादा दाम में बेचें। वर्तमान आपातकालीन परिस्थिति में ऐसा करना घोर अमानवीयता है। पर, व्यवसायियों में बहुत से लोग मजबूर भी हैं। ज्यादा दाम में खरीदेंगे तो ज्यादा दाम में ही बेचना पड़ेगा। इस दिशा में शासन प्रशासन को आवश्यक कदम उठाना चाहिए। वरना, आने वाले दिनों में मास्क व हैंड सैनिटाइजर का भी संकट उत्पन्न हो जाएगा। क्योंकि कोरोना मरीजों की संख्या जैसे-जैसे बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे मास्क और सैनिटाइजर की मांग भी बढ़ती जा रही है। इसी कारण दाम भी बढ़ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार 25 रुपये का सैनिटाइजर अब 40 से 50 रुपये हो गया है। एक ग्राहक ने बताया कि कुछ महीने पहले पांच लीटर सैनिटाइजर की कीमत 550 रुपये थी,अब यह बढ़कर 750 रुपये का हो गया है।
कोरोना के मामले कम होने के बाद मास्क और सैनिटाइजर की मांग काफी कम हो गई थी। उस समय ऐसा लग रहा था कि कोरोना विदा हो गया है। ऐसे में सैनेटाइजर और मास्क की कीमत भी घट गई थी। किंतु अब धीरे-धीरे मांग फिर से जोर पकड़ने लगी है। सैनिटाइजर बनाने वाली मशीनों के विक्रेता जयंत विश्वास ने बताया कि फिर से इन मशीनों की मांग बढ़ने लगी है। दो-तीन दिन से इस बारे में खूब इंक्वायरी आ रही है। जबकि दुकानदार गौतम दास ने बताया कि कोरोना के बढ़ते मरीजों की संख्या के मद्देनजर सैनेटाइजर और मास्क की मांग फिर से बढ़ गई है। दिसंबर-जनवरी के माह में लगने लगा था कि ये माल बच गया है इसका कोई खरीदार नहीं है। एक तरह से पूंजी फंस गई थी। किंतु अब तो फिर से खूब मांग बढ़ गई है। प्रतिदिन काफी तादाद में माल आ रहा है। खपत भी खूब है।
वहीं फुटपाथ पर मास्क और सैनेटाइजर विक्रेताओं का कहना है कि इन वस्तुओं के ग्राहक फिर से आने लगे है। सभी अच्छा से अच्छा मास्क खरीदना पसंद कर रहे हैं ताकि इस बीमारी से बचा जा सके। वहीं सैनिटाइजर भी खूब बिक रहा है। पॉकेट में रखने के लिए छोटी-छोटी बोतलों की खूब मांग है।
क्या कहना है आम लोगों का
शहरवासियों का कहना है कि अब तो फिर से ऐसा लग रहा है कि जान हलक में आ गई है। इसलिए स्वयं को बचाने के लिए इन सबका प्रयोग कर रहे हैं। बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कपड़े का ही मास्क प्रयोग कर रहे हैं। काम से या फिर घर में भी मास्क का प्रयोग करते हैं तो उसे अवश्य धोते हैं। सबको मास्क का प्रयोग करना चाहिए। तभी इस बीमारी से बच सकते हैं।
मास्क को धोना भी जरूरी
मास्क को धोना भी बेहद जरूरी है। क्योंकि उसमें हमारा हाथ बार-बार लगता रहता है। अपनी सावधानी हमारे हाथ में है। इसलिए मास्क का प्रयोग सभी करना को चाहिए। हाथों को बार-बार धोने और मास्क का प्रयोग करने के लिए सभी को जागरूक करने की आवश्यकता है। तभी इस बीमारी से बचा जा सकता है। अन्यथा एक दिन हम सभी इस बीमारी चपेट में आ जाएंगे। -------
जो लोग भी कालाबाजारी करते पकड़े जाएंगे,उनको जेल भेजा जाएगा। मास्क-सैनिटाइजर हो या कुछ और आवश्यक सामग्री,कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आम लोग भी इस संबंध में सीधे पुलिस से शिकायत कर सकते हैं।
-अमरेश सिंह,थाना प्रभारी,भक्ति नगर थाना