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उत्तर बंगाल के लोगों को ममता देंगी सौगात

-मेडिकल कॉलेज में कैंसर चिकित्सा की होगी शुरूआत -तैयारियों को लेकर उत्तरकन्या में हुई

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Jan 2022 10:16 PM (IST)Updated: Fri, 21 Jan 2022 10:16 PM (IST)
उत्तर बंगाल के लोगों को ममता देंगी सौगात
उत्तर बंगाल के लोगों को ममता देंगी सौगात

-मेडिकल कॉलेज में कैंसर चिकित्सा की होगी शुरूआत

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-तैयारियों को लेकर उत्तरकन्या में हुई उच्चस्तरीय बैठक

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : विश्व कैंसर दिवस पर राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी उत्तर बंगाल के लोगों को एक नया सौगात देने वाली हैं। 4 फरवरी को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में इंटीग्रेटेड ऑनकोलॉजी विभाग का उद्घाटन मुख्यमंत्री करेंगी। इसके शुरु होने से उत्तर बंगाल के कैंसर मरीजों को एक छत के नीचे पैथोलॉजी जांच से लेकर इलाज की हर सुविधा प्राप्त होगी। अगले एक सप्ताह में उद्घाटन की तैयारी पूरी करने का भरोसा उत्तर बंगाल के ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी डॉ. सुशांत राय ने जताया है।

इसी विषय को लेकर शुक्रवार शहर के निकट फूलबाड़ी स्थित मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में स्वास्थ्य विभाग के साथ पीडब्लूडी विभाग के आला अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में ओएसडी डॉ. सुशांत राय, उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. इंद्रजीत साहा, मेडिकल अधीक्षक डॉ. संजय मल्लिक, डीन ऑफ स्टूडेट अफेयर्स डॉ. संदीप सेनगुप्ता और पीडब्लूडी विभाग के आला अधिकारी उपस्थिति थे। बैठक के बाद ओएसडी डॉ. सुशांत राय ने बताया कि इंटीग्रेटेड ऑनकोलॉजी विभाग के शुरु होने से इस क्षेत्र के कैंसर मरीजों को काफी सुविधा मिलेगी। एक छत के नीचे कैंसर का संपूर्ण इलाज की व्यवस्था होगी। कैंसर मरीजों की पैथालॉजी जांच के लिए लैब भी तैयार किया जा चुका है। कुछ उपकरणों की आवश्यकता है, उसे भी शीघ्र उपलब्ध कराया जाएगा। यहां बताते चलें कि उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में कैंसर मरीजों के इलाज की व्यवस्था है। लेकिन कैंसर से संबंधित विभिन्न विभाग इधर-उधर हैं। उन सभी को एक छत के नीचे लाया जा रहा है। बल्कि इंटीग्रेटेड ऑनकोलॉजी विभाग में 63 बेड वाला एक अत्याधुनिक वार्ड भी तैयार किया जा रहा है। बल्कि महाराष्ट्र के टाटा मोमोमिरयल कैंसर अस्पताल के साथ उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज में एक अलग से कैंसर अस्पताल शुरु करने की योजना राज्य सरकार की है। इंटीग्रेटेड ऑनकोलॉजी विभाग उसी योजना का एक हिस्सा है। राज्य सरकारी आर्थिक सहायता से ही इंटीग्रेटेड ऑनकोलॉजी विभाग की व्यवस्था की जा रही है।


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