ब्रिगेड से प्रधानमंत्री तो सिलीगुड़ी से ममता बनर्जी देगी केंद्र को चुनौती
-ममता बनर्जी के पदयात्रा को लेकर हिलकार्ट रोड समेत पूरा शहर सुरक्षा घेरे में -बारिस थमने स
-ममता बनर्जी के पदयात्रा को लेकर हिलकार्ट रोड समेत पूरा शहर सुरक्षा घेरे में
-बारिस थमने से प्रशासनिक अधिकारी और पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी :बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर सात मार्च सबसे अहम दिन माना जा रहा है। वह इसलिए क्योंकि दो प्रतिद्वंदी पार्टी वोटरों को लुभानें के लिए बंगाल की सरजमी पर अपनी ताकत दिखाएंगे। दो घंटा बाद ही कोलकाता के एतिहासिक मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी सभा के माध्यम से राज्य सरकार को घेरने का काम करेंगे तो उत्तर बंगाल का प्रमुख शहर और पूर्वोत्तर का प्रवेशद्वार सिलीगुड़ी ममता बनर्जी केंद्र की नीति का विरोध करते हुए मल्लागुड़ी दार्जिलिंग मोड़ से हासमी चौक तक पदयात्रा करेंगी। इसके लिए मुख्यमंत्री के साथ कदम से कदम मिलाने के लिए नेत्री व मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, सांसद मिमी चक्रवर्ती और नुसरत जहां शनिवार को ही पहुंच गयी है। शनिवार देर रात से सिलीगुड़ी में होने रही बारिस ने प्रशासनिक अधिकारियों और पार्टी नेताओं को परेशान कर रखा था। करीब 11 बजे के बाद बुंदाबुंदी भी बंद हो गयी है। हल्की धूप निकली है। सुबह से ही छाता लेकर प्रशासनिक अधिकारियों और पार्टी नेताओं के देखरेख में मल्लागुड़ी दार्जिलिंग मोड़ खुदीराम बोस की मूर्ति के निकट से हासमी चौक तक के हिलकार्ट रोड में सुरक्षा घेरा मजबूत कर दिया गया है। विधानमार्केट से एनजेपी, दार्जिलिंग मोड़, कोर्ट मोड़, सिलीगुड़ी जंक्शन आने- जाने वाली वाहनों का रुट बदल दिया गया है। हिलकार्ट रोड़ के दोनों सड़क मार्ग को बैरिकेट लगाकर सुरक्षाकर्मी अपने घेरे में ले लिए है। दुकानों को पदयात्रा के दौरान बंद रखने का निर्देश दिया गया है। पदयात्रा को एक झलक देखने वालों को बैरिकेट के बाहर से देखने की अनुमति दी जाएगी। इस पदयात्रा में सर्वाधिक महिलाओं की भीड़ होगी। इस रैली के समापन पर मुख्यमंत्री हासमी चौक पर बनाए गये एक मंच से केंद्र सरकार पर गरीब विरोधी सरकार होने का सीधा आरोप लगाएंगी। यहां मुख्यमंत्री राज्य सरकार द्वारा गरीबों को मुफ्त राशन देने और केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण रसोई गैस, पेट्रोलियम पदार्थ की बढ़ती कीमत के खिलाफ आवाज बुलंद करेगी। यहां से मुख्यमंत्री भाजपा पर एनआरसी समेत अन्य नीतियों का खुलकर विरोध करते हुए इस चुनाव में चुनौती देंगी।