डेंगू को लेकर महकमा परिषद में हुई समीक्षा बैठक
-माटीगाड़ा प्रखंड में सबसे अधिक प्रभाव -निपटने के लिए रणनीति पर की गई चर्चा जागरण संवादद
-माटीगाड़ा प्रखंड में सबसे अधिक प्रभाव
-निपटने के लिए रणनीति पर की गई चर्चा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी महकमा के पंचायत क्षेत्रों में डेंगू की परिस्थिति को लेकर शुक्रवार को सिलीगुड़ी महाकमा परिषद (एसएमपी) में समीक्षा बैठक की गई। मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी महकमा के चारों प्रखंडों यानी माटीगाड़ा, नक्सलबाड़ी, फांसीदेवा और खारीबाड़ी में इस वर्ष एक जनवरी से लेकर अब तक 102 लोग डेंगू से प्रभावित थे।
बैठक के बाद सिलीगुड़ी महकमा परिषद के सभाधिपति तापस सरकार संवाददाताओं से बताया कि हमने डेंगू की परिस्थिति को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, ग्राम पंचायतों के प्रधानों व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। इस साल एक जनवरी से 18 अक्टूबर तक डेंगू से 102 मरीज प्रभावित हुए थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले वर्ष इस अवधि में 94 व्यक्ति इस बीमारी से प्रभावित थे, जबकि 2017 का आकड़ा 156 था।
बताया गया कि माटीगाड़ा में प्रखंड में डेंगू के सबसे ज्यादा 64 मामले सामने आए हैं। इनमें माटीगाड़ा दो नंबर ग्राम पंचायत में सबसे ज्यादा 24 मामले सामने आए हैं। सरकार ने इस स्थिति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि शनिवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ ग्राम पंचायत क्षेत्र का दौरा करेंगे।
ग्राम पंचायत आधारित आंकड़ों के अनुसार अथरोखाई में नौ मामले, चंपासरी में नौ, माटीगाड़ा एक में 16, माटीगाड़ा दो में 24, पाथरघटा में छह, जलेस निजामारा में चार, चटहाट में चार, घोषपुकुर में दो, फासीदेवा में तीन मामले हैं। फासीदेवा ब्लॉक के रानीगंज-पनसाली में छह, खोरीबारी ब्लॉक के बुड़ागंज में एक, गोसाईपुर में छह, हाथीघिसा में एक, लोअर बागडोगरा में तीन, अपर बागडोगरा में तीन, मनीरामजोत में पाच और नक्सलबाड़ी ब्लॉक के तहत नक्सलबाड़ी में डेंगू के छह मामले सामने आए हैं।
सभाधिपति सरकार ने बताया कि यह पता चला है कि माटीगाड़ा बाजार ब्लॉक अस्पताल के आसपास मच्छर के लार्वा पाए गए हैं। उन्होंने कहा कि माटीगाड़ा ग्राम पंचायत सदस्यों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर इस बीमारी पर अंकुश लगाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं जाएंगे।