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जमीन को लेकर आदिवासियों में आक्रोश

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: गुलमा खड़ी चाय बागान क्षेत्र में वर्षो से बसे आदिवासी परिवारों की जमीन को

By JagranEdited By: Published: Wed, 24 Feb 2021 09:52 PM (IST)Updated: Wed, 24 Feb 2021 09:52 PM (IST)
जमीन को लेकर आदिवासियों में आक्रोश
जमीन को लेकर आदिवासियों में आक्रोश

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: गुलमा खड़ी चाय बागान क्षेत्र में वर्षो से बसे आदिवासी परिवारों की जमीन को खाली कराने की कोशिश हो रही है। इसको लेकर बुधवार को आदिवासी श्रमिकों में आक्रोश है। जमीन को खाली कराने पहुंची पुलिस और प्रशासन के लोगों के साथ आदिवासियों की बात हुई। आदिवासी विकास परिषद की राज्य उपाध्यक्ष वीणा समद ने कहा कि बरसों से इस जमीन पर आदिवासी बसे हुए हैं। अब 2015 में इस जमीन को लीज पर लेने की बात कही जा रही है। जबकि इससे संबंधित कोई कागजात नहीं दिखाया जा रहा है। सन 1958 से इस जमीन पर आदिवासी श्रमिक बसे हुए हैं। यहा अपनी खेती बाड़ी करते आ रहे हैं। आज इस जमीन पर लोगों की नजर लगी हुई है। यह होने नहीं देंगी। प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी इस पूरे मामले में कोई भी बात नहीं करना चाहते। चुनाव के इस माहौल में आदिवासियों की जमीन को लेकर चल रहे रस्साकशी में काफी परेशानी विभिन्न राजनीतिक दलों को हो सकती है।

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जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी: गुलमा खड़ी चाय बागान क्षेत्र में वर्षो से बसे आदिवासी परिवारों की जमीन को खाली कराने की कोशिश हो रही है। इसको लेकर बुधवार को आदिवासी श्रमिकों में आक्रोश है। जमीन को खाली कराने पहुंची पुलिस और प्रशासन के लोगों के साथ आदिवासियों की बात हुई। आदिवासी विकास परिषद की राज्य उपाध्यक्ष वीणा समद ने कहा कि बरसों से इस जमीन पर आदिवासी बसे हुए हैं। अब 2015 में इस जमीन को लीज पर लेने की बात कही जा रही है। जबकि इससे संबंधित कोई कागजात नहीं दिखाया जा रहा है। सन 1958 से इस जमीन पर आदिवासी श्रमिक बसे हुए हैं। यहा अपनी खेती बाड़ी करते आ रहे हैं। आज इस जमीन पर लोगों की नजर लगी हुई है। यह होने नहीं देंगी। प्रशासन की ओर से कोई भी अधिकारी इस पूरे मामले में कोई भी बात नहीं करना चाहते। चुनाव के इस माहौल में आदिवासियों की जमीन को लेकर चल रहे रस्साकशी में काफी परेशानी विभिन्न राजनीतिक दलों को हो सकती है।


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