दार्जिलिंग की युवती के साथ बेगलुरु मे 'निर्भया' कांड की पुनरावृत्ति
हैवानियत की हद ----------- -दार्जिलिंग की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म - वर्ष 2003 मे भूस्
हैवानियत की हद
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-दार्जिलिंग की युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म
- वर्ष 2003 मे भूस्खलन मे परिवार की हो चुकी है मौत
देवव्रत त्रिवेदी, दार्जिलिंग : देश के सांइस सिटी कहे जाने वाले बेंगलुरु मे निर्भया कांड की पुनरावृलिा ने इंसानियत को फिर शर्मसार कर दिया। कालिम्पोग जिले की रहने वाली 26 वर्षीय युवती के साथ बेगलुरु मे अनाकाल के ही युवको ने पहले सामूहिक दुष्कर्म किया, फिर पत्थरो से उसके शरीर के हर अंग को कुचलकर हैवानियत को भी पीछे धकेल दिया।
पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को लेकर सुर्खियो मे छाया रहा बेगलुरु फिर एक बार शर्मनाक हरकतो के लिए चर्चा मे आ गया। सामूहिक दुष्कर्म के साथ पत्थरो से 'संगसार' की गई युवती शहर के बाव¨रग अस्पताल मे जिंदगी और मौत से जूझ रही है। द¨रदगी की शिकार युवती के पास मौजूद करीब छह हजार नकद तथा पहचान पत्र तक छीन ले गए।
अनाकाल थाने के जांच अधिकारी ने बताया कि युवती को घायल अवस्था मे स्थानीय लोगो की सूचना पर अस्पताल पहुंचाया गया। अब पुलिस इस घटना को लूटपाट से जोड़कर हल्के मे लेने का प्रयास कर रही है।
पुलिस इस मामले मे अभी तक आरोपियो की गिरफ्तारी नही कर सकी है। पुलिस कुछ युवको को हिरासत मे लेकर पूछताछ कर लकीर पीट रही है।
शहर के पूर्वोलार क्षेत्रवासियो के लिए कार्य कर रही स्वयं सेवी संस्था नार्थ ईस्ट सोलिडेरी पीडि़ता का इलाज करा रही है। संस्था की निदेशक डॉ. रिनी राल्टे ने बताया कि युवती दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के कालिम्पोग से वर्ष 2003 मे काम की तलाश मे बेगलुरु आ गई थी। जहां वो एक निर्माणाधीन इमारत मे कार्य कर रही थी। उन्होने बताया कि वर्ष 2003 मे कालिम्पोग के छेया जूनियर हाई स्कूल मे पढ़ रही पीडि़ता के परिजनो की भी भूस्खलन मे मौत हो चुकी है। तबसे वह अकेले ही शहर मे अपना जीवन यापन कर रही थी। डॉ. राल्टे ने बताया कि युवती की आर्थिक हालत ऐसी नही है कि वह इलाज तक करा सके। सरकार से इम्दाद न मिलने की स्थिति मे डॉ. राल्टे ने सरकार व पहाड़ के बाशिंदो से मदद की गुहार लगाई है। इस मामले की जानकारी दार्जिलिंग क्षेत्र के सांसद व केद्रीय मंत्री एसएस अहलुवालिया को भी है।