कचरे के बीच रहने को मजबूर हैं माटीगाड़ा के प्रमोद नगर निवासी
-कई दिनों से नही हो रही है साफ-सफाई -पूरे इलाके में जहां-तहां गंदगी का अंबार -ग्राम
-कई दिनों से नही हो रही है साफ-सफाई
-पूरे इलाके में जहां-तहां गंदगी का अंबार
-ग्राम पंचायत से शिकायत के बाद भी कोई लाभ नहीं
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना से बचाव के लिए जहां साफ-सफाई को अहम बताया जा रहा है, वहीं माटीगाड़ा के प्रमोद नगर निवासी कचरों के ढेर के बीच जीवन गुजारने को मजबूर हैं। कचरा सफाई करने की गुहार पंचायत प्रधान से भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
गंदगी, थूक-खखार ही नोबेल कोरोना को आमंत्रण देता है। कोरोना से बचने के लिए भारत सरकार ने लोगों को उनके घरों में रहने का निर्देश दिया है। लेकिन कचरों के ढेर व दुर्गध में रहना भी तो मुश्किल है। कुछ ऐसा ही बुरा हाल सिलीगुड़ी से सटे माटीगाड़ा ग्राम पंचायत के प्रमोद नगर इलाके का है। प्रमोद नगर इलाके के हर गली में कचरे का ढेर लगा हुआ है। बीते कुछ दिनों से उन कचरों की सफाई नहीं हो रही है। बल्कि पंचायत का ध्यान भी नहीं है। इलाकाई लोगों का कहना है कि प्रमोद नगर के नालों की सफाई कुछ दिन पहले ही ग्राम पंचायत की ओर से कराई गई। नालों से कचरा निकाल कर सड़क के दोनों ओर जमा किया, लेकिन उसे वहां से हटाया नहीं। इसके अतिरिक्त इलाके के अन्य स्थानों पर भी जमे कचरे को साफ नहीं किया गया है। उसी कचरे से होकर लोगों की आवाजाही होती, थूक-खखार भी फेंकते चलते हैं। लेकिन इस ओर पंचायत प्रधान का कोई ध्यान नही है। साफ-सफाई को लेकर पंचायत प्रधान को ज्ञापन सौंपा गया है। इस संबंध में माटीगाड़ा ग्राम पंचायत से संपर्क साधने का प्रयास किया गया, लेकिन संपर्क स्थापित नहीं हुआ।