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Indian Railway News: दुर्गा पूजा के चार महीने पहले ही उत्‍तर बंगाल आने को ट्रेनों में रिजर्वेशन हुए फुल

दक्षिण बंगाल से उत्तर बंगाल आने वाली ट्रेनों में आरक्षित टिकट नहीं मिल रहे हैं। इससे ज्यादा निराश होने की बात नहीं है। रेलवे का कहना है कि पूजा के समय सभी ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे। साथ ही यह इंतजाम भी किया जाएगा।

By Sumita JaiswalEdited By: Published: Sat, 04 Jun 2022 02:38 PM (IST)Updated: Sat, 04 Jun 2022 07:27 PM (IST)
उत्तर बंगाल व सिक्किम में दुर्गा पूजा में रिकार्ड पर्यटकों के आने की संभावना। सांकेतिक तस्‍वीर।

सिलीगुड़ी, जागरण संवाददाता। दुर्गा पूजा के आयोजन में अभी भी चार महीने का समय बाकी है और अभी से ही कोलकाता से उत्तर बंगाल आने वाली ट्रेनों की आरक्षित बोगियों की सीटें आरक्षित हो चुकी है। वेटिंग टिकट की सूची 100 के पार  है।  इस बार पूजा सितंबर  महीने के अंत में शुरू हो रही है । दरअसल दुर्गा पूजा के समय काफी संख्या में लोग कोलकाता से छुट्टी का समय बिताने व घूमने के लिए पर्यटन क्षेत्र डुवार्स व सिक्किम में आते हैं तो वही इस क्षेत्र के लोग पूजा देखने के लिए कोलकाता पहुंचते हैं।

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जिन्‍हें नहीं मिला टिकट, निराश ना हों

मिली जानकारी के अनुसार चार महीना पहले ही दक्षिण बंगाल से उत्तर बंगाल आने वाले ट्रेनों में आरक्षित टिकट  नहीं मिल रहे हैं। जो पहले से योजना बनाकर चल रहे थे उन्हें तो टिकट हासिल हो गए, लेकिन जो अभी यह सोच रहे थे कि पूजा में समय है उन्हें निराशा हाथ लगी है। इसकी पुष्टि पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची दे की ओर से भी की गई है। उनका कहना है कि यह बात सही है कि दक्षिण बंगाल से उत्तर बंगाल आने वाली ट्रेनों में आरक्षित टिकट खाली नहीं है। लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इससे ज्यादा निराश होने की बात नहीं है।  पूजा के समय सभी ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जाएंगे, जिससे यात्रियों को तत्काल में ज्यादा से ज्यादा टिकट मिले व वेटिंग में चल रहे यात्रियों का टिकट कंफर्म हो। दुर्गा पूजा के समय स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी जिससे पर्यटकों को निराश न होना पड़े।

वहीं टूर एंड ट्रैवल संचालित करने वाले इससे बेहद खुश हैं। होटल व्यवसायी भी गदगद हैं। करीब दो साल के बाद खुश होने का यह मौका उनके पास आया है। कोविड के चलते पिछले दो साल से पूजा के समय काफी कम पर्यटक आ रहे थे। तमाम तरह की बंदिश होने के कारण पर्यटक यहां नहीं आ पा रहे थे ,अब बंदिश खत्म हो गई है। यही कारण है कि इस बार पूजा में भ्रमण करने के लिए भारी संख्या में पर्यटक  उत्तर बंगाल के दौरे पर आ रहे हैं।

राज्य पर्यटन विभाग के उप निदेशक ज्योति घोष का कहना है कि पर्यटन के लिहाज से यह अच्छी खबर है ।पर्यटन विभाग हमेशा ही पर्यटकों को लेकर संजीदा रहा है। खासतौर से पूजा के समय उनकी हर व्यवस्था का ध्यान रखा जाता है। इस बार भी ध्यान रखा जाएगा।

बताते चलें कि पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा का महत्व किसी से छुपा नहीं है। हाल ही में यूनेस्को ने दुर्गा पूजा को विश्व का सबसे बड़ा उत्सव करार दिया है। यूनेस्को की ओर से इस तरह के शब्द पाकर इस पूजा का महत्व व दायरा और बढ़ गया है । निसंदेह पश्चिम बंगाल की दुर्गा पूजा विश्वव्यापी है। इस समय पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं। यह भी उतना ही सच है कि बंगाली समुदाय अपनी कला व संस्कृति के लिए विख्यात है । किसी ने सच ही कहा कि यह समुदाय 100 साल आगे व 100 साल पीछे जीता है। इस समुदाय को सबसे बेहतरीन  पर्यटक माना गया है । उनकी उपस्थिति पूरी दुनिया में पाई जाती है।


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