अब ईएनटी सर्जरी के लिए कोरोना टेस्ट अनिवार्य
-लगातार बढ़ते मामलों ने बढ़ाई डाक्टरों की चिंता -कोराना प्रोटोकाल कड़ाई से पालन करने क
-लगातार बढ़ते मामलों ने बढ़ाई डाक्टरों की चिंता
-कोराना प्रोटोकाल कड़ाई से पालन करने की अपील
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : बढ़ते कोविड -19 मामलों पर इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) चिंता जताई है। कोरोना प्रोटोकाल का पूरी सख्ती से पालन करने की अपील भी की है। साथ ही कोविड-19 बूस्टर डोज लेने की सलाह दी।
डाक्टर्स डे के मौके पर शुक्रवार को आइएमए, सिलीगुड़ी के सचिव और उत्तर बंगाल मेडिकल कालेज व अस्पताल (एनबीएमसीएच) में ईएनटी विभाग के प्रमुख डा राधेश्याम महतो ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए ईएनटी सर्जरी के लिए आने वाले मरीजों की कोरोना जांच को अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होनें कहा कि कोविड -19 मामलों में तेजी आई है। कोविड प्रोटोकाल का व्यापक तौर पर उल्लंघन किया जा रहा है। हम लोगों से अपील करते हैं कि वे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहने रहें और शारीरिक दूरी बनाए रखें। कोरोना के पिछली तीन लहरों में कई चिकित्सकों, स्वास्स्थ्यकर्मियों समेत काफी संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारियों, उनके रिश्तेदारों व दोस्तों समेत काफी संख्या में लोगों की मृत्यु हो गई। इसलिए हमें बहुत सावधान रहते हुए कोविड टीका और बूस्टर डोज लेनी चाहिए।
डा महतो ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग द्वारा गुरुवार को जारी एडवाइजरी का स्वागत किया है। इसमें कहा गया कि केवल पूरी तरह से टीकाकरण लोगों को सार्वजनिक समारोहों में भाग लेना चाहिए। एडवाइजरी में मास्क पहनने व शारीरिक दूरी बनाए रखने समेत प्राथमिक टीकाकरण और एहतियाती खुराक को पूरा करने पर जोर दिए जाने की बात कही गई है। जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के अधीक्षक और आइएमए सुश्रुत नगर शाखा के उपाध्यक्ष डा कल्याण खान ने कहा कि ओमिक्रोन-बीए.4 और बीए.5 के दो सब वैरिएंट इस समय चल रहे हैं।
कोविड -19 के मामले पिछले कुछ दिनों में बढ़ रहे हैं। ज्यादातर मामलों में लोग बिना लक्षण वाले घूमते हुए पाए जाते हैं। हम सुझाव देंगे कि अगर लोगों को बुखार, सर्दी और बिना किसी लक्षण के कमजोरी या थकान है तो उन्हें तुरंत आरटी-पीसीआर के माध्यम से कोविड जांच करवा लें।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस उन लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है जिन्हें पहले से शुगर, ब्लड प्रेशर,गुर्दे की बीमारी समेत अन्य बीमारी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना टीका के दो डोज लेने वालों की राय थी कि कोविड-19 महामारी खत्म हो गई है, जबकि ऐसा नहीं है। इससे बचाव के लिए लगातार सावधानी बरतनी होगी।
इसके साथ ही आइएमए, सिलीगुड़ी शाखा ने पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और एक डाक्टर बिधान चंद्र राय की याद में राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस मनाया।