मेडिकल कॉलेज में शुरू हुई ऑक्सीजन प्लांट लगाने की तैयारी
-कोरोना मरीजों के लिए बेडों की संख्या भी बढ़ेगी -पर्यटन मंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों के
-कोरोना मरीजों के लिए बेडों की संख्या भी बढ़ेगी
-पर्यटन मंत्री ने स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ की बैठक
-निजी अस्पतालों का अधिग्रहण फिलहाल संभव नहीं
-आज से ही बढ़े 20 बेड जल्द ही 96 बेड और बढ़ेंगे
-नìसग होम में कोविड-19 के लिए 60 बेड की व्यवस्था सुनिश्चित हो
-अगले दो दिन में होगी वीडियो कॉलिंग के माध्यम से टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत
-एंबुलेंस वालों की मनमानी पर लगे लगाम, हर एंबुलेंस को हो छूट
10
बजे रात तक चलेगी टेलीमेडिसिन सेवा
60
फीसदी बेड निजी अस्पतालों में रिजर्व रहे
250
से तीन सौ टेस्ट हर दिन एनबीएमसीएच में जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की महामारी थमने का नाम ही नहीं ले रही है। इसे लेकर शहर के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में रोगियों से बेड लगभग फुल हो गए हैं। जरूरतमंद रोगियों को बेड मिलना मुहाल हो रहा है। ऐसी विकट परिस्थिति में पश्चिम बंगाल सरकार के मंत्री गौतम देव ने सोमवार को नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) में प्राचार्य, अधीक्षक एवं अन्य विभागीय प्रधान चिकित्सक संग बैठक कर वस्तुस्थिति की समीक्षा की। इसके साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए। इसी दौरान मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर भी चर्चा हुई। इस प्लांट को लगाने की तैयारी शुरू हो गई।
इस बारे में मैनाक टूरिस्ट लॉज स्थित अपने कार्यालय में मंत्री ने संवाददाता सम्मेलन किया। उन्होंने कहा कि एनबीएमसीएच में कोविड-19 रोगियों के लिए 110 बेड थे जो फिलहाल लगभग फुल हो गए हैं। सो, अतिरिक्त रूप में 20 बेड की व्यवस्था आज से ही की जा रही है। जबकि, चेस्ट क्लीनिक में अतिरिक्त रूप में 96 और बेड बढ़ाए जाने की भी कवायद की जा रही है। उसे भी जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। इसके साथ ही एनबीएमसीएच के सहायक अधीक्षक का हेल्पलाइन नंबर 8637808419 जारी हुआ है। जरूरतमंद लोग इस पर संपर्क कर आवश्यक सहायता प्राप्त कर सकते हैं। वहीं, उन्होंने अपनी ओर से भी सहायता हेतु हेल्पलाइन नंबर 9647496475 और 8240593145 जारी किया है। आवश्यकता पड़ने पर लोग इस नंबर पर संपर्क के माध्यम से भी सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही एनबीएमसीएच में वीडियो कॉलिंग के माध्यम से टेलीमेडिसिन सेवा भी शुरू की जा रही है। सुबह से रात 10:00 बजे तक यह सेवा जारी रहेगी। अगले दो दिन में इस सेवा को शुरू कर दिया जाएगा। जरूरतमंद लोग घर पर बैठकर ही वीडियो कॉल के माध्यम से डॉक्टरों से सलाह की इस सेवा का लाभ ले पाएंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि एनबीएमसीएच के डॉक्टरों ने सलाह दी है कि वहा जगह की कोई कमी नहीं है, इसीलिए वहा ऑक्सीजन प्लाट लगाए जाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके साथ ही आवश्यक दवाओं की आपूíत भी सुचारू रहनी चाहिए। वहीं, जो वैक्सीनेशन एक दिन के लिए बंद था वह फिर से शुरू हो गया है। एनबीएमसीएच में हर दिन 250 से 300 टेस्ट किए जा रहे हैं। वहा के डॉक्टरों ने हल्के-फुल्के लक्षणों वाले या बिना लक्षणों वाले मरीजों की ओपीडी सिलीगुड़ी के आसपास किए जाने की सलाह दी है। क्योंकि, ओपीडी एनबीएमसीएच में करने के चलते कोविड और गैर कोविड दोनों पेशेंट मिल जा रहे हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि नìसग होम में कोविड-19 रोगियों के लिए पर्याप्त संख्या में बेड है या नहीं, इसकी जिला प्रशासन को निगरानी करनी चाहिए। राज्य सरकार की ओर से नए दिशा-निर्देशों के तहत नìसग होम में कोविड-19 रोगियों के लिए कम से कम 60 प्रतिशत बेड सुरक्षित रखे जाने चाहिए। इस पर पूरे तौर पर अमल किया जाना चाहिए। आचार संहिता के कारण परेशानी
उन्होंने यह भी कहा कि अभी जो लोग माग कर रहे हैं कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी चैंग नìसग होम और डीसन नìसग होम को सरकार अपने अधीन लेकर वहा कोविड-19 की चिकित्सा करवाए, तो वह अभी फिलहाल राज्य सरकार के बस में नहीं है। क्योंकि, आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू है। ऐसे में राज्य की निर्वाचित सरकार नीति विषयक फैसले नहीं ले सकती है। इसीलिए हम बेबस हैं। इस दिशा में वर्तमान प्रशासकीय जिम्मेदारों को गौर करना चाहिए। भीड़ पर नियंत्रण आवश्यक
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि सार्वजनिक समारोह में भीड़ नियंत्रित रहे। कोविड-19 सुरक्षा के तहत ही भीड़ हो। सार्वजनिक जगहों पर बिना मास्क वाले लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई हो। कोरोना सुरक्षा के समस्त सरकारी दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित हो रहा है या नहीं, इस पर जिला प्रशासन पैनी नजर रखे और कड़ी निगरानी करे। हेल्पलाइन नंबर
1. 8637808419
2.9647496475
3.8240593145