नर्सिग होम में सुनिश्चित कराए जाएंगे 60 प्रतिशत बेड
-जिला प्रशासन करेगा कड़ी निगरानी उल्लंघन के दोषियों के विरुद्ध होगी कार्रवाई -पुलिस को
-जिला प्रशासन करेगा कड़ी निगरानी, उल्लंघन के दोषियों के विरुद्ध होगी कार्रवाई
-पुलिस को जमाखोरी व कालाबाजरी आदि के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का निर्देश जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की महामारी के बढ़ते प्रकोप को लेकर प्रशासन की ओर से सोमवार को यहां राजकीय अतिथि निवास (सर्किट हाउस) में एक समीक्षा बैठक की गई। उत्तर बंग उन्नयन विभाग के प्रधान सचिव सुरेंद्र गुप्ता की अध्यक्षता में यह बैठक हुई। इसमें दार्जिलिंग के जिलाधिकारी शशांक सेठी, दार्जिलिंग जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच), नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) के पदाधिकारी, ड्रग कंट्रोलर, निजी अस्पतालों यानी नर्सिग होम्स के प्रतिनिधि, स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी व पुलिस के अधिकारी सम्मिलित हुए।
इस बैठक में सिलीगुड़ी व दार्जिलिंग क्षेत्र में कोरोना महामारी की वस्तुस्थिति की समीक्षा की गई। इस बात पर ज्यादा जोर दिया गया कि राज्य सरकार के नए निर्देशों के अनुरूप निजी नर्सिग अपने-अपने यहां कोविड-19 के लिए 60 प्रतिशत बेड का होना सुनिश्चित करें। जिला प्रशासन को इसकी रिपोर्ट दी जाए। जिला प्रशासन भी अपनी ओर से इसकी जांच व निगरानी करता रहेगा। वहीं, सरकारी महकमा अस्पताल, जिला अस्पताल व एनबीएमसीएच में भी बेड बढ़ाए जाने की बात हुई। वैक्सीनेशन को और सुचारू करने पर बात हुई। एम्बुलेंस की उपलब्धता बढ़ाए जाने पर भी बात हुई। सरकारी स्तर पर टेलीमेडिसिन की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही पुलिस को बिना मास्क वालों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने, जमाखोरी, कालाबाजरी आदि पर कड़ी निगरानी व कार्रवाई करने को कहा गया। वहीं, कोविड मामलों के समस्त साझीदारों को कोविड का पूरा डेटा तैयार कर जिला प्रशासन को देते रहने को भी कहा गया है।