किले में तब्दील हुआ शहर,चप्पे-चप्पे पर ड्रोन से निगरानी
-सड़क से लेकर रेल तक सुरक्षा चाक चौबंद -सीमा पर बीएसएफ और एसएसबी अलर्ट पर -कड़ी निगरानी के
-सड़क से लेकर रेल तक सुरक्षा चाक चौबंद
-सीमा पर बीएसएफ और एसएसबी अलर्ट पर
-कड़ी निगरानी के लिए अधिक जवानों की तैनाती
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : आजादी के 75वें वर्ष का गणतंत्र दिवस खास है। पूरे देश में इस खास दिन को अनोखे अंदाज में मनाने की तैयारी शुरु है। देश के साथ सिलीगुड़ी शहर में भी गणतंत्र दिवस की तैयारी की जा रही है। राज्यों के साथ कई अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के होने से शहर की सुरक्षा में पुख्ता इंतजामात किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर नगर निगम चुनाव के मद्देनजर भी सुरक्षा की तमाम व्यवस्थाएं की जा रही है। गणतंत्र दिवस को लेकर पूरा शहर किले में तब्दील कर दिया गया है।
गणतंत्र दिवस के पहले कटिहार डिवीजन अंतर्गत जलपाईगुड़ी के दोमुहानी इलाके में एक बड़ी रेल दुर्घटना घटी है। बल्कि बस एक दिन पहले सिलीगुड़ी जंक्शन रेलवे स्टेशन पर अलीपुरद्वार से पहुंची ट्रेन में एक लावारिस सूटकेस बरामद होने से बम होने का आतंक फैल गया था। हालांकि उसे निष्क्रिय करने के क्रम में विस्फोटक जैसा कुछ बरामद नहीं हुआ, बल्कि सिर्फ कपड़े मिले। अंदेशा लगाया जा रहा है कि गलती से किसी यात्री का यह सूटकेस छूट गया होगा। लेकिन उस सूटकेस की तलाश में किसी के सामने नहीं आने से कहीं पर निगाहें, कहीं पर निशाना का संदेह प्रबल हो रहा है। बल्कि उस संदिग्ध सूटकेस को निष्क्रिय की प्रक्रिया रेलवे प्रशासन के हाई अलर्ट पर होने की तरफ इशारा कर रहा है। सीआईडी के बम निरोधी दस्ते की जांच में विस्फोटक जैसा कोई भी सिग्नल नहीं मिलने के बावजूद रेलवे प्रशासन ने किसी भी तरह का खतरा मोल नहीं लिया। बल्कि उस कोच को ट्रेन से अलग कर, एक अलग इंजन के साथ जोड़कर गुलमा स्टेशन ले जाया गया। उसे बाद उस सूटकेस को नष्ट किया गया। जबकि पुलिस और सीआईडी सूत्रों की माने तो मेटल डिटेक्टर में कोई भी सिग्नल नहीं मिलने पर सूटकेस को निकाला जा सकता था। इसके बाद से जीआरपी व रेलवे की सुरक्षा दस्ता न्यू जलपाईगुड़ी, सिलीगुड़ी समेत उत्तर बंगाल की छोटे-बड़े सभी स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी है। सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम खोजी कुत्ते के साथ उतरी और हर यात्रियों के सामान की जांच की गई। जीआरपी और आरपीएफ की मानें तो हर स्टेशन पर तलाशी अभियान लगातार चलाया जा रहा है। अंतराष्ट्रीय सीमा के साथ ही हर ओर अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ शहर से सटे भारत-बांग्लादेश सीमांत फूलबाड़ी और फांसीदेवा पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने निगरानी बढ़ा दी है। इसके साथ ही भारत-नेपाल सीमांत पानीटंकी, भातगांव व अन्य सीमांत पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) ने भी अधिक बल को तैनात कर दिया है। सीमा पर लगे सीसीटीवी के साथ सुरक्षा के दृष्टिकोण से अन्य गैजेट्स का भी उपयोग किया जा रहा है। सीमांत से सटे गांव व बस्ती इलाकों में सेना के जवान लगातार गश्त लगा रहे हैं।
इधर, गणतंत्र दिवस को लेकर सिलीगुड़ी मेट्रोपोलिटन पुलिस भी सुरक्षा के तगड़े इंतजामात किए हैं। शहर के हर प्रवेश और निकासी द्वार पर नाका लगा दिया गया है। बल्कि सीसीटीवी से जरिए पूरे शहर पर निगरानी रखी जा रही है। ड्रोन को प्रयोग में लाया जा रहा है। शहर में आने वाले हर व्यक्ति की निगरानी के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर विशेष टीम की तैनाती की गई है। बल्कि होटल और लॉज में आने-जाने वालों को भी रिकार्ड रखा जा रहा है। निगम चुनाव के कारण भी बढ़ी सख्ती
पुलिस नगर निगम चुनाव को लेकर भी सुरक्षा व्यवस्था में जुट गई है। अपराधियों को गैर-जमानती वारंट जारी किए जाने की प्रक्रिया शुरु की गई है। वैध और अवैध आग्नेयास्त्रों को भी जब्त किया जा रहा है। इसके साथ ही चुनाव प्रक्रिया संपन्न होने तक कानून व्यवस्था भंग करने के संदेह पर अपराध की दुनिया से ताल्लुकात रखने वाले संभावित लोगों से सीआरपीसी की धारा 107 और 116 के तहत बांड लिया जा रहा है। बांड का उल्लंघन होने पर कड़ी कार्यवाई की जाएगी। बल्कि चुनाव प्रक्रिया में खलल डालने वाले लोगों के खिलाफ गैर जमानती धाराओं में वारंट भी जारी किया जा रहा है। अब तक की कार्रवाई
1.अवैध आग्नेयास्त्र जब्त - 2
2.ताजा कारतूस जब्त - 5
3.वैध आग्नेयास्त्र जमा कराया - 117
4.सीआरपीसी 107 और 116 के तहत बांड लिया - 23 लोगों का
5.गैर जमानती धाराओं में वारंट जारी - 137 लोगों के खिलाफ
6.वारंट जारी होना शेष : 596 लोगों के खिलाफ