गुलाब खुद तो सुंदर है ही, प्रयोग करने से आपको भी बना सकता है निरोगी व सुंदर
गुलाब जितना सुंदर है, इसका सेवन आपको भी उतना ही सुंदर बना सकता है। दरअसल इसके फूल, फल, जल और तेल कई बीमारियों में रामबाण की तरह काम करते हैं। जब स्वस्थ रहेंगे तो सुंदर भी दिखेंगे।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Thu, 22 Nov 2018 10:58 AM (IST)Updated: Thu, 22 Nov 2018 10:58 AM (IST)
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। गुलाब किसे प्रिय नहीं है? स्वागत से लेकर प्रेम के इजहार तक में इसका प्रयोग किया जाता है। लेकिन इसके औषधीय गुण से अधिकतर लोग अनजान हैं। इसमें तमाम औषधीय गुण भी हैं। फूल, फल, जल से लेकर तेल तक का उपयोग किसी न किसी बीमारी के लिए फायदेमंद है। आइए जानें इसके औषधीय गुणों के बारे में।
होंठों का कालापन
गुलाब की कुछ पंखुड़ियां पीसकर समान मात्रा में मलाई मिलाकर होंठों पर नियमित लगाना चाहिए। इससे होंठों का कालापन दूर होता है।
मुंह के छाले
गुलाब के फूल की पंखुड़ियां चबाने या उन्हें उबालकर बनाए गए काढ़े से गरारा करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं। रात भर पानी में सूखे गुलाब को पानी में भिगो कर रखें। सुबह से मसलकर पानी छान लें। इसमें दो चम्मच चीनी मिलाकर पिएं। इससे पेट की गर्मी दूर हो जाएगी, जिससे छाले स्वत: समाप्त हो जाएंगे।
पेट के रोग
गुलाब के औषधीय गुण पेट के विकार मिटाते हैं। गुलाब के फूल का रस, सौंफ का रस और पुदीने का रस मिलाकर रख लें। इसकी चार बूंद पानी में मिलाकर पीने से पेट के रोग समाप्त होते हैं।
शीतपित्त
गुलाब के फूल का रस और चंदन का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर शीतपित्त पर लगाने से लाभ होता है। इसके अलावा आप 25 ग्राम गुलाब जल में 25 ग्राम सिरका मिलाकर शरीर की मालिश करें, शीतपित्त ठीक हो जाएगा।सिर दर्द
10 ग्राम गुलाब की पंखुड़ियां दो इलायची के साथ चबाने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है।
पायरिया
गुलाब का फूल चबाने से मसूढ़े मजबूत होते हैं। मसूढ़ों से खून और मवाद आना बंद हो जाता है। मुंह की बदबू भी चली जाती है। इस तरह पायरिया का उपचार होता है।
यौनशक्ति वर्धक
गुलाब के औषधीय गुण यौन शक्ति के लिए भी लाभदायक हैं। गुलाब की कलियां चबाकर खाने से यौन शक्ति बढ़ती है।
कब्ज़
गुलाब का रस पीने से कब्ज़ दूर हो जाती है। यह आंतों में जमे हुए मल को बाहर निकाल देता है।
गुलाब जल के स्वास्थ्य लाभ
आंखों की देखभाल
गुलाब के फूलों से गुलाब जल बनाया जाता है। ये गुलाब जल थकी हुई आंखों को फौरन राहत पहुंचाने में बहुत कारगर होता है। इससे आंखों में नई चमक आती है और वह हेल्दी रहती हैं। अगर आप कंप्यूटर के सामने बहुत ज्यादा समय बिताते हैं तो सोने से पहले रोज आंखों में गुलाब जल डालना चाहिए। इससे आंखों की थकान चली जाएगी।
बालों की देखभाल
गुलाब जल का एक और अनजाना लाभ भी है। इससे बालों को भी फायदा होता है। ये बालों की जड़ों में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है, जिससे बालों की ग्रोथ में मदद मिलती है। इसके अलावा यह बालों को मजबूत और लचीला बनाने के लिए एक नेचुरल कंडीशनर भी है।
स्किन केयर
गुलाब जल स्किन केयर प्रोडक्ट के तौर पर काफी प्रसिद्ध है। गुलाब जल एक बेस्ट टोनर भी है। इसमें नेचुरल एस्ट्रिंजेंट होने के कारण ये स्किन को बहुत फायदा करता है। रोज रात को इसे चेहरे पर लगाने से स्किन टाइट होती। यह स्किन के पीएच बैलेंस को बनाए रखता है।
हर्बल चाय
गुलाब जल का इस्तेमाल हर्बल चाय के रूप में होता है। यह पेट के रोगों और यूरीनल इंफेक्शन को दूर करने के काम आती है। हर्बल गुलाब जल चाय के एक घूंट से आप रिलैक्स फील करेंगे।
गुलाब के तेल के स्वास्थ्य लाभ
मेंटल पावर को बढ़ाता
गुलाब के औषधीय गुण दिमागी परेशानियों में भी राहत देते हैं। गुलाब के तेल से दिमाग तेज होता है। गुलाब का तेल डिप्रेशन और स्ट्रेस से लड़ने में मदद करता है। इसलिए इसका प्रयोग करके डिप्रेशन को कम किया जा सकता है। यह मन में सकारात्मक विचार उत्पन्न करता है।
घावों में फायदेमंद
घाव भरने में गुलाब का तेल बहुत लाभदायक है। गुलाब के तेल में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण घावों को भरते हैं और इसकी ख़ुशबू से आपको रिलैक्स महसूस होता है। घाव पर गुलाब के तेल का इस्तेमाल करने से सेप्टिक बनने और इंफ़ेक्शन से बचने में मदद मिलती है।
एस्ट्रिंजेंट
गुलाब के तेल में एस्ट्रिंजेंट के अद्भुत गुण होते हैं। यह मसूड़ों और बालों की जड़ों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। स्किन की देखभाल, मांसपेशियों में मजबूती, आंतों और रक्त वाहिकाओं में भी मददगार होते हैं। गुलाब का तेल चोट से निकलने वाले खून को रोकने में भी कारगर होता है।
एंटी इंफ़्लैमेटरी
एंटीफ्लॉजिस्टिक बुखार आने से रोकना गुलाब के तेल का अन्य लाभ है। इसमें मौजूद एंटी इंफ़्लैमेटरी तत्व सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सूजन वाले भाग पर तेल लगाने से आराम मिलता है।
मासिक धर्म की समस्याएं
मासिक धर्म संबंधित रोग, रजोनिवृत्ति और पीरियड्स आने पहले की समस्याओं ले कष्टप्रद लक्षणों को दूर करने के लिए गुलाब का तेल इस्तेमाल करते हैं।
गुलाब का फल
गुलाब के फूल ही नहीं, फल भी जड़ी बूटी हैं। गुलाब के फल विटामिन ए, बी 3, सी, डी और ई से भरपूर होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी के कारण डायरिया के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। गुलाब के फल में फ्लवोनोइड्स, बायोफ्लवोनोइड्स, सिट्रिक एसिड, फ्रुक्टोज, मैलिक एसिड, टैनिन और जिंक भी होता है।
होंठों का कालापन
गुलाब की कुछ पंखुड़ियां पीसकर समान मात्रा में मलाई मिलाकर होंठों पर नियमित लगाना चाहिए। इससे होंठों का कालापन दूर होता है।
मुंह के छाले
गुलाब के फूल की पंखुड़ियां चबाने या उन्हें उबालकर बनाए गए काढ़े से गरारा करने से मुंह के छाले ठीक होते हैं। रात भर पानी में सूखे गुलाब को पानी में भिगो कर रखें। सुबह से मसलकर पानी छान लें। इसमें दो चम्मच चीनी मिलाकर पिएं। इससे पेट की गर्मी दूर हो जाएगी, जिससे छाले स्वत: समाप्त हो जाएंगे।
पेट के रोग
गुलाब के औषधीय गुण पेट के विकार मिटाते हैं। गुलाब के फूल का रस, सौंफ का रस और पुदीने का रस मिलाकर रख लें। इसकी चार बूंद पानी में मिलाकर पीने से पेट के रोग समाप्त होते हैं।
शीतपित्त
गुलाब के फूल का रस और चंदन का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर शीतपित्त पर लगाने से लाभ होता है। इसके अलावा आप 25 ग्राम गुलाब जल में 25 ग्राम सिरका मिलाकर शरीर की मालिश करें, शीतपित्त ठीक हो जाएगा।सिर दर्द
10 ग्राम गुलाब की पंखुड़ियां दो इलायची के साथ चबाने से सिर का दर्द ठीक हो जाता है।
पायरिया
गुलाब का फूल चबाने से मसूढ़े मजबूत होते हैं। मसूढ़ों से खून और मवाद आना बंद हो जाता है। मुंह की बदबू भी चली जाती है। इस तरह पायरिया का उपचार होता है।
यौनशक्ति वर्धक
गुलाब के औषधीय गुण यौन शक्ति के लिए भी लाभदायक हैं। गुलाब की कलियां चबाकर खाने से यौन शक्ति बढ़ती है।
कब्ज़
गुलाब का रस पीने से कब्ज़ दूर हो जाती है। यह आंतों में जमे हुए मल को बाहर निकाल देता है।
गुलाब जल के स्वास्थ्य लाभ
आंखों की देखभाल
गुलाब के फूलों से गुलाब जल बनाया जाता है। ये गुलाब जल थकी हुई आंखों को फौरन राहत पहुंचाने में बहुत कारगर होता है। इससे आंखों में नई चमक आती है और वह हेल्दी रहती हैं। अगर आप कंप्यूटर के सामने बहुत ज्यादा समय बिताते हैं तो सोने से पहले रोज आंखों में गुलाब जल डालना चाहिए। इससे आंखों की थकान चली जाएगी।
बालों की देखभाल
गुलाब जल का एक और अनजाना लाभ भी है। इससे बालों को भी फायदा होता है। ये बालों की जड़ों में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है, जिससे बालों की ग्रोथ में मदद मिलती है। इसके अलावा यह बालों को मजबूत और लचीला बनाने के लिए एक नेचुरल कंडीशनर भी है।
स्किन केयर
गुलाब जल स्किन केयर प्रोडक्ट के तौर पर काफी प्रसिद्ध है। गुलाब जल एक बेस्ट टोनर भी है। इसमें नेचुरल एस्ट्रिंजेंट होने के कारण ये स्किन को बहुत फायदा करता है। रोज रात को इसे चेहरे पर लगाने से स्किन टाइट होती। यह स्किन के पीएच बैलेंस को बनाए रखता है।
हर्बल चाय
गुलाब जल का इस्तेमाल हर्बल चाय के रूप में होता है। यह पेट के रोगों और यूरीनल इंफेक्शन को दूर करने के काम आती है। हर्बल गुलाब जल चाय के एक घूंट से आप रिलैक्स फील करेंगे।
गुलाब के तेल के स्वास्थ्य लाभ
मेंटल पावर को बढ़ाता
गुलाब के औषधीय गुण दिमागी परेशानियों में भी राहत देते हैं। गुलाब के तेल से दिमाग तेज होता है। गुलाब का तेल डिप्रेशन और स्ट्रेस से लड़ने में मदद करता है। इसलिए इसका प्रयोग करके डिप्रेशन को कम किया जा सकता है। यह मन में सकारात्मक विचार उत्पन्न करता है।
घावों में फायदेमंद
घाव भरने में गुलाब का तेल बहुत लाभदायक है। गुलाब के तेल में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण घावों को भरते हैं और इसकी ख़ुशबू से आपको रिलैक्स महसूस होता है। घाव पर गुलाब के तेल का इस्तेमाल करने से सेप्टिक बनने और इंफ़ेक्शन से बचने में मदद मिलती है।
एस्ट्रिंजेंट
गुलाब के तेल में एस्ट्रिंजेंट के अद्भुत गुण होते हैं। यह मसूड़ों और बालों की जड़ों को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। स्किन की देखभाल, मांसपेशियों में मजबूती, आंतों और रक्त वाहिकाओं में भी मददगार होते हैं। गुलाब का तेल चोट से निकलने वाले खून को रोकने में भी कारगर होता है।
एंटी इंफ़्लैमेटरी
एंटीफ्लॉजिस्टिक बुखार आने से रोकना गुलाब के तेल का अन्य लाभ है। इसमें मौजूद एंटी इंफ़्लैमेटरी तत्व सूजन को कम करने में मदद करते हैं। सूजन वाले भाग पर तेल लगाने से आराम मिलता है।
मासिक धर्म की समस्याएं
मासिक धर्म संबंधित रोग, रजोनिवृत्ति और पीरियड्स आने पहले की समस्याओं ले कष्टप्रद लक्षणों को दूर करने के लिए गुलाब का तेल इस्तेमाल करते हैं।
गुलाब का फल
गुलाब के फूल ही नहीं, फल भी जड़ी बूटी हैं। गुलाब के फल विटामिन ए, बी 3, सी, डी और ई से भरपूर होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी के कारण डायरिया के इलाज के लिए इसका इस्तेमाल किया जाता है। गुलाब के फल में फ्लवोनोइड्स, बायोफ्लवोनोइड्स, सिट्रिक एसिड, फ्रुक्टोज, मैलिक एसिड, टैनिन और जिंक भी होता है।
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