हैट्रिक लगाएंगे या अबकी निपट जाएंगे शंकर मालाकार
-त्रिकोणीय मुकाबले में भविष्य लगा दांव पर -लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन से भाजपा के हौसले बुल
-त्रिकोणीय मुकाबले में भविष्य लगा दांव पर
-लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन से भाजपा के हौसले बुलंद
-केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं ने झोंकी पूरी ताकत
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बार शंकर मालाकार जीत चुके हैं चुनाव
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के चुनाव में भी वाम मोर्चा के साथ गठबंधन
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के लोकसभा चुनाव में भाजपा को भारी बढ़त
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ग्राउंड रिपोर्ट
कुछ खास बातें
1.लोकसभा चुनाव में मौजूदा विधायक व कांग्रेस उम्मीदवार शंकर मालाकार अपने ही क्षेत्र में चौथे नंबर पर रहे थे।
2. मात्र 10733 वोट ही कांग्रेस उम्मीदवार को मिला था लोकसभा चुनाव में शंकर मालाकार के क्षेत्र से
3. तृणमूल कांग्रेस पहली बार चखना चाहेगी जीत का स्वाद। परिवर्तन की लहर में भी तृणमूल कांग्रेस यहां से नहीं जीत पाई
4.लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार राजू बिष्ट 144175 वोट लेने में सफल रहे थे
शिवानंद पाडेय,
सिलीगुड़ी : पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव प्रक्रिया के तहत प्रथम तीन चरण का मतदान हो गया है। जबकि दार्जिलिंग, कालिंपोंग तथा जलपाईगुड़ी जिले में 17 अप्रैल को पांचवें चरण में मतदान होना है। मतदान से पहले सभी उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं। हर पाíटया अपने-अपने तरीके से चुनाव में एक-दूसरे को पटखनी देने के लिए हर रणनीति बनाने में लगी हुई है। सिलीगुड़ी महकमा में तीन विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं। इनके नाम सिलीगुड़ी, माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी व फासीदेवा है। वर्ष 2011 व 2016 में फांसीदेवा के अलावा माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा सीट पर कांग्रेस गठबंधन उम्मीदवारों की जीत हुई है। दोनों बार के गठबंधन में एक बार काग्रेस का तृणमूल काग्रेस के साथ गठबंधन था तो दूसरी बार वाम मोर्चा के साथ गठबंधन था। 2021 के विधानसभा चुनाव में काग्रेस का वाम मोर्चा व आइएसएफ के साथ गठबंधन है। लेकिन हम यहां माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा सीट को लेकर जमीनी हकीकत की तहकीकात कर रहे हैं। यहा से कांग्रेस के धाकड़ नेता शंकर मालाकार दो बार चुनाव जीत चुके हैं। अब सवाल यह है कि क्या इस बार वह जीत की हैट्रिक लगाएंगे या भाजपा की आंधी में निपट जाएंगे। माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार शंकर मालाकार का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार आनंदमय बर्मन व तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार राजेन सुंदास से है।
वर्ष 2011 के विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन कर कांग्रेस उम्मीदवार शंकर मालाकार का वाम मोर्चा उम्मीदवार झरेन राय से सीधा मुकाबला था। जबकि 2016 के विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चा के साथ गठबंधन में इसी सीट पर शंकर मालाकार का तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार अमर सिन्हा के साथ सीधा मुकाबला था।
वर्ष 2011 के बाद हुए लोकसभा व विधानसभा चुनावों पर नजर डालने पर मालूम चलता है कि जहा 2011 के विधानसभा चुनाव में काग्रेस व तृणमूल काग्रेस का गठबंधन था, जिसमें काग्रेस उम्मीदवार शकर मालाकार माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में 74334 वोट पाकर जीत दर्ज की थी, वहीं दूसरे नंबर माकपा उम्मीदवार झरेन राय 67501 वोट के साथ दूसरे नंबर थे। जबकि भाजपा उम्मीदवार असीम सरकार सात हजार से कुछ ज्यादा वोट पाकर चौथे नंबर पर रहे। हालांकि विधानसभा चुनाव के तीन साल बाद 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार दाíजलिंग पार्वत्य क्षेत्र के अलावा सिलीगुड़ी, माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी व फासीदेवा विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त हासिल करते हुए जीत दर्ज की।
वहीं 2016 के विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चा के साथ काग्रेस का गठबंधन था। काग्रेस उम्मीदवार शकर मालाकार को 86441 वोट मिला था, तो तृणमूल काग्रेस के अमर सिन्हा 67814 वोट के साथ दूसरे नंबर पर थे। वर्ष 2011 के विधानसभा चुनाव में 4.46 वोट प्रतिशत शेयर के साथ सात हजार के लगभग वोट लाने वाली भाजपा 2016 के विधानसभा चुनाव में 21.31 वोट प्रतिशत शेयर के साथ 44626 वोट लाकर तीसरे नंबर पर रही।
वहीं वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से दाíजलिंग व कालिंपोंग जिले के सभी छह विधानसभा सीटों में बढ़त हासिल करते हुए दाíजलिंग लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार राजू बिष्ट 59 प्रतिशत वोट के साथ जीत दर्ज की। सिर्फ उत्तर दिनाजपुर के चोपड़ा विधानसभा क्षेत्र में तब भाजपा पीछे थी। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत पड़े कुल वोट 225469 में भाजपा को 144175 वोट मिले थे। यानी पड़े कुल वोट का लगभग 64 प्रतिशत वोट भाजपा को मिला था। वहीं माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक शंकर मालाकार को मात्र 10733 (4.76) प्रतिशत वोट पाकर चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा। वहीं तृणमूल कांग्रेस 45277 (20.08) प्रतिशम वोट पाकर दूसरे स्थान पर रही। वाम मोर्चा को लोकसभा चुनाव 2019 में उक्त विधानसभा सीट अंतर्गत 14540 वोट (6.44) प्रतिशत वोट मिला था।
भाजपा 2019 के लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया था। इसे देखते हुए इस बार के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर अन्य उम्मीदवारों की अपेक्षा भाजपा का पलड़ा भारी लग रहा है। इसी के दम भाजपा जीत का दम भर रही है।
तृणमूल कांग्रेस को बदलना पड़ा उम्मीदवार
माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा सीट से पहले तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार कैप्टन नलिनी रंजन रॉय थे। वह भाजपा से तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए थे। बाद में पता चला कि तृणमूल उम्मीदवार के प्रति लोगों में रोष है। इसे देखते हुए तृणमूल कांग्रेस को अपना उम्मीदवार बदलना पड़ा है। अब यहां से पूर्व आरटीओ अधिकारी राजेन सुंदास चुनाव लड़ रहे हैं।
बिमल गुरुंग के दखल की चर्चा
राजनीतिक महल में ऐसी चर्चा है कि गोरखा जनमुक्ति मोर्चा गोजमुमो नेता विमल गुरुंग के कहने पर तृणमूल कांग्रेस ने गोरखा मतदाताओं को साधने के लिए कैप्टन नलिनी रंजन रॉय को हटाकर दार्जिलिंग जिले के पूर्व आरटीओ राजेन सुंदास को टिकट दिया है। अब राजेन सुनदास इस चुनाव में क्या गुल खिलाएंगे, यह आने वाला समय ही बताएगा।
चुनाव प्रचार में भाजपा आगे
इन दोनों विधानसभा सीटों पर चुनाव प्रचार में कांग्रेस व तृणमूल कांग्रेस से भाजपा काफी आगे है। अभी तृणमूल कांग्रेस व कांग्रेस का कोई बड़ा नेता माटीगाड़ा-नक्सलबाड़ी विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के लिए नहीं पहुंचा है। वहीं भाजपा केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल से लेकर भाजपा सांसद व राष्ट्रीय प्रवक्ता राजू बिष्ट तक धुआंधार प्रचार कर रहे हैं।