हिमाचल के किन्नौर में ग्लेशियर टूटने से बर्फ में दबे जवानों में एक जलपाईगुड़ी का गोविंद भी
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ग्लेश्यिर टूटने से दबे सेना के छह जवानों में एक जलपाईगुड़ी जिले के बिन्नागुड़ी बाजार की डीएस कॉलोनी के निवासी गोविंद छेत्री (33) भी शामिल हैं।
By Rajesh PatelEdited By: Published: Fri, 22 Feb 2019 12:13 PM (IST)Updated: Fri, 22 Feb 2019 12:13 PM (IST)
बानरहाट [संवादसूत्र]। हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में ग्लेशियर टूटने से दबे सेना के छह जवानों में एक जलपाईगुड़ी जिले के बिन्नागुड़ी बाजार की डीएस कॉलोनी के निवासी गोविंद छेत्री (33) भी शामिल हैं। वे इंडियन आर्मी 7 जेके राइफल के चार्ली कंपनी में कार्यरत हैं।
गोविंद छेत्री के बड़े बेटे के साथ पड़ोसी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद से परिजन काफी दुखी हैं। गौरतलब है कि बुधवार दोपहर को अचानक ग्लेशियर टूटने से छह जवान दब गए। एक जवान का शव निकाला जा चुका है। जबकि बाकी जवानों को निकालने के लिए मलबा हटाने का काम जारी है। अंधेरा व ठंड होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक भारत सीमा से लगे तिब्बत बॉर्डर के पास हादसा हुआ है। किन्नौर का यह इलाका तिब्बत सीमा से काफी करीब है।
गोविंद को छोटे बेटे को गोद में लेकर घुमाते पड़ोसी।
परिजन फोन करके घटनाक्रम की जानकारी ले रहे हैं। अभी तक उनको कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। गोविंद छेत्री की पत्नी मेनका छेत्री को अभी तक घटना की जानकारी नहीं दी गई है। गोविंद को दो बच्चे भी हैं। एक सात साल का तथा दूसरा डेढ़ साल का। वे अपने बड़े पिता धनबहादुर क्षेत्री के घर में पले-बढ़े हैं। यहीं रहते भी हैं।
घटना की जानकारी पर गोविंद के घर पहुंचे रिश्तेदार व पड़ोसी।
गोविंद छेत्री के बड़े बेटे के साथ पड़ोसी।
घटना की जानकारी मिलने के बाद से परिजन काफी दुखी हैं। गौरतलब है कि बुधवार दोपहर को अचानक ग्लेशियर टूटने से छह जवान दब गए। एक जवान का शव निकाला जा चुका है। जबकि बाकी जवानों को निकालने के लिए मलबा हटाने का काम जारी है। अंधेरा व ठंड होने की वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही हैं। जानकारी के मुताबिक भारत सीमा से लगे तिब्बत बॉर्डर के पास हादसा हुआ है। किन्नौर का यह इलाका तिब्बत सीमा से काफी करीब है।
गोविंद को छोटे बेटे को गोद में लेकर घुमाते पड़ोसी।
परिजन फोन करके घटनाक्रम की जानकारी ले रहे हैं। अभी तक उनको कोई जानकारी नहीं मिल सकी है। गोविंद छेत्री की पत्नी मेनका छेत्री को अभी तक घटना की जानकारी नहीं दी गई है। गोविंद को दो बच्चे भी हैं। एक सात साल का तथा दूसरा डेढ़ साल का। वे अपने बड़े पिता धनबहादुर क्षेत्री के घर में पले-बढ़े हैं। यहीं रहते भी हैं।
घटना की जानकारी पर गोविंद के घर पहुंचे रिश्तेदार व पड़ोसी।
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