भारत-भूटान सीमा तक पहुचीं गोरखालैंड की आग, धारा 144 लागू,132 आंदोलनकारी गिरफ्तार
गोजमुमो केंद्रीय कमेटी के विनय तामांग ने जयगांव घटना की निंदा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की खातिर धारा 144 लगाई है।
जयगांव/ सिलीगुड़ी, [जेएनएन]। अलग गोरखालैंड राज्य की मांग को लेकर हिल्स व डुवार्स क्षेत्र में आंदोलनजारी है। रविवार को जयगांव में अलग गोरखालैंड राज्य के समर्थन में समर्थक पूरे शहर में रैली की परिक्रमा करना चाहते थे। पुलिस ने सुपर मार्केट व गोपीमोहन में बैरीकेड लगा जुलूस आगे बढ़ने से रोकने का प्रयास किया। इसी बात पर दोनों पक्षों में कहा सुनी हो गई और आंदोलनकारियों ने बैरीकेड तोड़ दिया।
इस पर पुलिस व आंदोलनकारियों के बीच कहा सुनी होने लगी पुलिस ने आंदोलनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने को पहले पानी की बौछार की इस पर भी जब आंदोलनकारी नहीं रूके तो लाठीचार्ज किया जवाब में आंदोलनकारी पथराव करने लगे इस पर पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए रबर बुलेट दागनी शुरू की।
भूलन चौपती से जयगांव तक 6 स्थानों पर आगजनी की गई ,स्थानीय त्रिवेणी टोल क्षेत्र में पुलिस के एक ट्राफिक कैंप को आग के हवाले कर दिया गया साथ ही कई वाहनों में तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
इस दौरान शामुकतल्ला थाना के एएसआई ए.बर्मन के सिर पर चोट आई व पुलिस वाहन के ड्राइवर के घायल हो गया साथ ही कई पुलिस कर्मियों व आंदोलनकारियों के घायल होने की सूचना मिली है। आंदोलनकारी चंचल शर्मा गंभीर रूप से घायल हुआ है जिसे इलाज के लिए सिलीगुड़ी लाया गया है।
समाचार संकलन को पहुंचे कुछ पत्रकारों की बाइक भी हंगामे का शिकार हुई। जयगांव थाना प्रभारी बी.मुखर्जी ने बताया कि कई आंदोलनकारी गिरफ्तार किए गए हैं।
प्रशासन ने सिलीगुडी़ में दार्जिलिंग मोड़ से लेकर सुकना तक धारा 144 लगा दी है। इसकी जानकारी माइकिंग के द्वारा दी गई है। जयगांव व सुकना में भी तनावपूर्ण स्थिति देख प्रशासन ने गोरखा बाहुल्य क्षेत्र में धारा 144 लगा दी गई है।
गोजमुमो के डुवार्स आर्गनाइजेशन सचिव रोहित थापा ने कहा कि शांतिपूर्ण रैली को पुलिस ने अशांत किया पुलिसिया कार्रवाई में 7 समर्थक घायल हुए हैं दर्जनों लोग चुटहिल हुए हैं। देर शाम मिली जानकारी के अनुसार जयगांव में 132 आंदोलनकारी गिरफ्तार किए गए हैं। पानीघाटा, सुकना व गाड़ीधुरा थाने का आंदोलनकारी घेराव कर रहे हैं इनकी मांग है कि सरकार आंदोलनकारियों से वार्ता करे तथा गिरफ्तार किए गए लोगों को बिना शर्त रिहा किया जाए।
आंदोलन दबाने की कोशिश कर रही राज्य सरकार
गोजमुमो केंद्रीय कमेटी के सहसचिव विनय तामांग ने जयगांव में हुई घटना की निंदा करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की खातिर धारा 144 लगाई है। जो गलत है। उन्होंने कहा कि सुकना में शनिवार को हुई घटना के फुटेज उनके पास हैं जिसमें दर्जनों वाहनों में पुलिस द्वारा तोड़फोड़ किए जाने के प्रमाण हैं। उन्होंने कहा कि एक अगस्त को दिल्ली में होने वाली बैठक में आंदोलन के दौरान पुलिस की बर्बरता से घायल समर्थकों की बात प्रमुखता से उठाई जाएगी।
-ग्लोबल गोरखालैंड रैली निकली
अलग गोरखालैंड राज्य की मांग के समर्थन में पूरे देश में एक करोड़ 20 लाख गोरखाओं ने देश व विदेश में ग्लोबल गोरखालैंड रैली निकाली। जिसमें राज्य सरकार द्वारा की जा रही लोकतंत्र की हत्या व मानवाधिकार हनन की निंदा करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई।
गोरखालैंड के लिएं अन्न संग्रह
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत रविवार को प्रस्तावित गोरखालैंड क्षेत्र में नागरिकों ने एक मुठठी अन्न संग्रह करने का कार्य शुरू कर दिया।