प बंगाल: यहां एक हाथ से गाय तो दूसरे हाथ से सोने का किया जाता है लेन-देन
भारतीय गायों के बदले तस्कर बांग्लादेश से नकद पैसा नहीं बल्कि सोना लेते हैं। यहां से गायें जाती हैं। बदले में उधर से बांग्लादेशी 1200 कैरेट का सोना मिलता है।
मालदा, जेएनएन। भारतीय गायों के बदले तस्कर बांग्लादेश से नकद पैसा नहीं बल्कि सोना लेते हैं। यहां से गायें जाती हैं। बदले में उधर से बांग्लादेशी 1200 कैरेट का सोना मिलता है। राखाल या मिडिल मैन द्वारा गाय और सोने की लेन-देन होती है।
बांग्लादेश की युगांत पत्रिका के अनुसार बांग्लादेश के राजशाही के गोदागाड़ी के 150 भरी सोना के साथ लिटेन शेख(30) को बांग्लादेश के आबकारी विभाग के अधिकारियों ने गिरफ्तार किया था। तस्कर को बस से गिरफ्तार किया गया था। वह अपने शरीर में सोना छिपाकर तस्करी करने की योजना बना रहा था।
लिटेन से पूछताछ पर पता चला कि चांपई नवाबगंज के रामचंद्रपुर गाय हाट में गाय के बदले सोना का लेन-देन होता है। यह सीमांत सोना तस्करी के लिए बहुत बड़ा रूट माना जाता है। भारत के खुफिया विभाग के अनुसार बांग्लादेश के राजशाही सिटी हाट, चांपाई नवाबगंज रामचंद्रपुर हाट, गोदागाड़ी आदि इलाकों से सैकड़ों युवक मिडिल मैन के रूप में काम करते है।
ये लोग जाली नोट की भी तस्करी करते है। ये सभी गाय को बेचकर पैसा विभिन्न बैंक के माध्यम से चट्टग्राम व ढाका में पैसा देते है। बाद में भारत के मुर्शिदाबाद, मालदा, नदिया, उत्तर 24 परगना होकर कोलकाता में जमा होता है यह सब पैसा। यहां से पैसा निकालकर तस्कर गाय खरीदते है और तस्करी करते है। इसका पूरा रैकेट फैला हुआ है।