West Bengal : प्रमाणन की बाट जोह रही सीएए का समर्थन करने वाली चार विज्ञापन फिल्में
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करने वाली चार विज्ञापन फिल्में करीब एक महीने से केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही हैं।
कोलकाता, जागरण संवाददाता। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करने वाली चार विज्ञापन फिल्में करीब एक महीने से केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) की मंजूरी मिलने का इंतजार कर रही हैं। इन विज्ञापन फिल्मों को तैयार करने वाली संघमित्रा चौधरी ने कहा-'मैंने पिछले साल 27 दिसंबर को प्रमाणन के लिए आवेदन किया था।
अब तक इसे मंजूरी नहीं मिली है। इससे भाजपा की ओर से सीएए के समर्थन में चलाए जा रहे प्रचार अभियान को झटका लगेगा। मुझे शुरुआत में कहा गया कि सीबीएफसी का क्षेत्रीय कार्यालय फिलहाल उन फिल्मों को लेकर व्यस्त है, जिनका राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2020 के लिए चयन हुआ है।'
संघमित्रा, जो कि भाजपा महिला मोर्चा की नेत्री भी हैं, ने आगे बताया-'बाद में मुझे कहा गया कि विज्ञापन फिल्मों में कुछ बदलाव की जरुरत है। मैं फिलहाल दिल्ली में हूं और सात फरवरी के बाद ही कोलकाता लौटूंगी। इसके बाद ही मैं उन लोगों के साथ बातचीत कर पाऊंगी।' वहीं सीबीएफसी के कोलकाता कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि इसमें समय लगेगा क्योंकि ये विज्ञापन फिल्में बेहद संवेदनशील मामलों से जुड़ी हुई हैं।'
आदिलीला फाउंडेशन का वंदे मातरम समारोह
नई दिल्ली स्थित आदिलीला फाउंडेशन के तत्वावधान में विगत दिनों वंदे मातरम समारोह का आयोजन किया। न्यू सेटलमेंट स्थित पीएनके परिषद में आयोजित समारोह में विशिष्ट अतिथियों के तौर पर आदिलीला फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आदि नारायण, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आरएन प्रसाद के अलावा कार्यक्रम समन्वयक के. सुरेंद्र रेड्डी, पीएनके परिषद के अध्यक्ष वाई. जगदीश्वर राव, कोलकाता तेलुगू एसोसिएशन के अध्यक्ष श्रीनिवास राव, आरटीएस के अध्यक्ष आर. सुंदर राव, एओएम उदय कुमार, महिला कार्यक्रम समन्वयक भल्ला भानू रेखा, टॉलीवुड फिल्म अभिनेता युवराज, समता कॉलेज, विशाखापत्तनम के डॉ. जी. रमेश, डी. वेंकट रमना समेत अन्य उपस्थित रहे।
के. सुरेंद्र रेड्डी ने कहा कि समारोह के तहत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम, नृत्य, संगीत आदि के अलावा शिक्षा संबंधी सेमिनार का भी आयोजन किया गया। कोलकाता तेलुगू एसोसिएशन द्वारा प्रस्तुत की गई संगीत एवं गीत कार्यक्रम मुख्य आकर्षण रहे। समारोह में पश्चिम बंगाल के अलावा आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, असम, ओड़िशा एवं तमिलनाडु के कलाकार और स्वयंसेवकों ने हिस्सा लिया। सुरेंद्र रेड्डी ने कहा कि यह शहर में पहली बार हुआ कि इतने राज्यों के कलाकार एक स्थान पर एकत्र हुए। उन्होंने कहा कि शहर में इस प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नियमित रूप से किया जाएगा।