लगातार तीसरे दिन बारिश और पानी से हाहाकार
-माटीगाड़ा और बागडोगरा में बाढ़ जैसे हालात -टाइपू नदी का जलस्तर बढ़ाहजारों घरों में
-माटीगाड़ा और बागडोगरा में बाढ़ जैसे हालात
-टाइपू नदी का जलस्तर बढ़ा,हजारों घरों में पानी
-गंगाराम में पुल चौपट,कई स्थानों पर बांध को नुकसान
-राहत एवं बचाव का कार्य जारी,बीडीओ ने किया दौरा
जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी: लगातार भारी बारिश से सिलीगुड़ी तथा आसपास के इलाकों में हाहाकार मचा हुआ है। लगातार तीसरे दिन जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। हांलाकि शुक्रवार दोपहर दो बजे के बाद बारिश रूकने से लोगों ने थोड़ी राहत की सांस ली। हांलाकि रात होते ही फिर से बारिश शुरू हो गई। सिलीगुड़ी शहर में आज भी बाजार में लोगों की भीड़ नहीं थी। जबकि कई वार्डों में जल जमाव की स्थिति जस की तस बनी रही। इसके अलावा सिलीगुड़ी शहरी क्षेत्र में कोई खास असर बारिश का नहीं हुआ। ऐसे बारिश से सिलीगुड़ी के निकट ग्रामीण इलाकों की स्थिति भयावह बनी रही। बागडोगरा एवं माटीगाड़ा ब्लॉक इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। विभिन्न इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। हजारों लोग अपने-अपने घरों में बंदी बन कर रह गए हैं। यहा से बहने वाली नदियों के जलस्तर में भी काफी बढ़ोतरी हुई है। टाइपू नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। इस नदी पर गंगाराम चाय बागान के निकट बना पुल बाढ़ में बह गया है। इससे गंगाराम चाय बागान एवं ताराबाड़ी के बीच सड़क संपर्क टूट गया है। स्थानीय लोगों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार कल पूरी रात इस इलाके में भारी बारिश हुई। जिससे जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ। बागडोगरा के कॉलेजपाड़ा में कई घरों में पानी घुसने की खबर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यहा स्थित एक कल्वर्ट को बंद कर दिया गया है। जिसके कारण पानी की निकासी नहीं हो सकी। भारी बारिश के बाद जलजमाव से लोगों के घरों में पानी घुस गया। कॉलेज में पढ़ने वाली स्वाती दास ने बताया है कि कल्वर्ट बंद रहने की वजह से ही इस प्रकार की परेशानी हुई है। पंचायत से कई बार कल्वर्ट खोले जाने की माग की गई थी। इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं हुई। आखिरकार इसकी कीमत इस इलाके के लोगों को चुकानी पड़ रही है। दूसरी ओर अठारोखाई ग्राम पंचायत के चानबड़ाजोत, डिगारीजोत आदि में भी भारी जलजमाव है। लोग अपने अपने घरों में बंदी होकर रह गए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि निकासी व्यवस्था नहीं होने के कारण ही इतनी परेशानी हो रही है। इस समस्या को लेकर बीडीओ तथा ग्राम पंचायत को कई बार जानकारी दी गई। लेकिन इसका कोई लाभ नहीं हुआ। चारों तरफ पानी के कारण बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। खाना पीना बनाने में भी मुश्किल हो रही है। अभी तक खोज खबर लेने के लिए कोई भी नेता इस इलाके में नहीं आया है। माटीगाड़ा पंचायत समिति की अध्यक्ष गौरी दे का कहना है कि पाथरघाटा इलाके के बनियाखाली, बाबा लोकनाथ कॉलोनी, ज्योति नगर, गुड़ियाजोत, निमाई,राजपुरी आदि इलाके में भी भारी जलजमाव है। वह इस इलाके के दौरे पर भी गई थीं। राहत एवं बचाव का कार्य किया जा रहा है। दूसरी ओर माटीगाड़ा की बीडीओ रूनू राय ने बताया है कि अठारोखाई के शीशाबाड़ी, पाथरघाटा तथा गुलमा इलाके में बाध टूटने की खबर है। इलाके का दौरा कर चुकी हैं और परिस्थिति पर नजर रखी जा रही है। चंपासारी,माटीगाड़ा एक तथा माटीगाड़ा 2 ग्राम पंचायत इलाके में भी जलजमाव की शिकायत मिली है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है।