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उत्कृष्ट परियोजना के तहत एनएफ रेलवे की पहली ट्रेन राज्यरानी एक्सप्रेस रवाना

अलीपुरद्वार जंक्शन व सिलघाट के बीच चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस उत्कृष्ट परियोजना के तहत चलने वाली एनएफ रेलवे की पहली ट्रेन बनी।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Mon, 11 Feb 2019 09:41 PM (IST)Updated: Tue, 12 Feb 2019 10:04 AM (IST)
उत्कृष्ट परियोजना के तहत एनएफ रेलवे की पहली ट्रेन राज्यरानी एक्सप्रेस रवाना
उत्कृष्ट परियोजना के तहत एनएफ रेलवे की पहली ट्रेन राज्यरानी एक्सप्रेस रवाना
सिलीगुड़ी [जागरण संवाददाता]। अलीपुरद्वार जंक्शन व सिलघाट के बीच चलने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस 'उत्कृष्ट परियोजना' के तहत चलने वाली एनएफ रेलवे की पहली ट्रेन बनी। एनएफ रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार उत्कृष्ट परियोजना एक ऐसी परियोजना है कि जिसके ट्रेनों के कोच खूबियों व सुविधाओं से परिपूर्ण रहते हैं।
  बताया गया कि 15417/15418 राज्य रानी एक्सप्रेस अलीपुरद्वार-धुबरी-सिलघाट मार्ग पर चलेगी। कुल 558.42 किलोमीटर की 29 स्टेशनों पर रुकते हुए 17 घंटे में तय करेगी। बताया गया कि अलीपुरद्वार डिवीजन के डीआरएम चंद्र बीर रमन समेत अन्य अधिकारियों के उपस्थिति में उक्त ट्रेन का क्रमोन्नयन पिछले सप्ताह शनिवार को किया गया था। उक्त ट्रेन को ग्रुप डी कर्मचारी साधन राउथ ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। राउथ इस महीने 28 फरवरी को सेवानिवृत होंगे।
   उल्लेेखनीय है कि एनएफ रेलवे अंतर्गत 10 रेकों को 'उत्कृष्ट परियोजना' के तहत क्रमोन्नयन के लिए चयन किया गया है। पूरे देश में प्रथम चरण में 140 रेकों के क्रमोन्नयन के लिए चयन किया जाएगा। इस परियोजना के तहत जीर्णोद्धार किए गए रेकों के सभी कोचों में 'स्वच्छ रेल ट्वॉलेट' लगाया गया है, जो न सिर्फ पानी की खपत को कम करेगा, बल्कि बदबू भी न के बराबर होगी।
  सभी वातानुकूलित कोचों में भी एलईडी पैनल लाइटिंग, नए प्रकार के बॉटल होल्डर, नाइट ग्लोस्टीकर, नए प्रकार के अग्निशमन यंत्र। प्रथम श्रेणी वातानुकूलित कोचों में एलईडी पैनल फोटो, बड़े आकार के दर्पण, गैंग व क्षेत्र में एंटी ग्रैफिटी बिनाइल रैपिंग, शौचालयों में एग्झास्ट पंखे, हेल्थ फॉसेट, दुर्गंध रोकने के लिए बड़े आकार के ओडोनिल केंटेनर जैसी सुविधा प्रदान की गई है।
   सभी कोचों के मन इंटीरियर, डोर वे, गैंग वे तथा शौचालयों में एलईडी लाइट लगाई जाएगी। इन सुविधाओं के क्रमोन्नयन में थोड़ा बहुत अंतर शयनयान व अनारक्षित कोचों में हो सकता है। ट्रेनों का रख-रखाव ऑनलाइन हाउस कीपिंग सिस्टम के अधीन किया जा रहा है। कोचों के अंदर की सुंदरता बढ़ाने के लिए पूर्वोत्तर राज्यों की संस्कृति की झलक वाले उपयुक्त गुणवत्ता के पोस्टर लगाए जाएंगे।  

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