इलेक्ट्रिक इंजन के साथ आज एनजेपी पहुंचेगी दार्जिलिंग मेल
-बिजली इंजन से चलेंगी कुल चार जोड़ी ट्रेनें -भविष्य में ट्रेनों की संख्या औ
फोटो-राजेश-
-बिजली इंजन से चलेंगी कुल चार जोड़ी ट्रेनें
-भविष्य में ट्रेनों की संख्या और बढ़ेगी
- एनजेपी इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चलने वाली पहली यात्री ट्रेन होगी दार्जिलिंग मेल
-पिछले महीने चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी ने निरीक्षण कर दी थी हरी झंडी
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एनएफ रेलवे अंतर्गत एनजेपी इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर बहुप्रतीक्षित इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव संचालित यात्री वाही ट्रेन शुक्रवार को एनजेपी पहुंचेगी। सियालदह से एनजेपी तक चलने वाली 12343 दार्जिलिंग मेल गुरुवार को सियालदह से इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के साथ रवाना हुई, जो शुक्रवार सुबह आठ बजे एनजेपी पहुंचेगी।
एनएफ रेलवे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार शुरू में इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर चार जोड़ी ट्रेनें चलाई जाएंगी। हालाकि निकट भविष्य में विद्युत रेल इंजन के जरिए ज्यादा ट्रेनें चलाई जाएगी। एनएफ रेलवे के सीपीआरओ शुभानन चंदा बताया गया कि जहां गुरुवार को सियालदह-न्यू जलपाईगुड़ी दार्जिलिंग मेल इलेक्ट्रिक इंजन के साथ सियालदह से रवाना हुई, वहीं शुक्रवार को 12344 दार्जिलिंग मेल न्यू जलपाईगुड़ी से सियालदह के लिए रवाना होगी। इसके अलावा शुक्रवार 12041 शताब्दी एक्सप्रेस हावड़ा से न्यू जलपाईगुड़ी के लिए तथा शनिवार को न्यूजलपाईगुड़ी से हावड़ा के लिए शनिवार को इलेक्ट्रिक लोको के साथ रवाना होगी। 55711 मालदा टाउन-न्यूजलपाईगुड़ी सवारी गाड़ी शुक्रवार तथा 55712 न्यू जलपाईगुड़ी-मालदा टाउन सवारी गाड़ी शनिवार को एनजेपी से इलेक्ट्रिक इंजन के साथ रवाना होगी। इसी तरह हावड़ा-न्यू जलपाईगुड़ी 22309 एसी एक्सप्रेस हावड़ा से 14 जनवरी को तथा न्यूजलपाईगुड़ी-हावड़ा 22310 एसी एक्सप्रेस न्यू जलपाईगुड़ी से 15 जनवरी को रवाना होगी।
उल्लेखनीय है कि कटिहार-एनजेपी इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर पिछले वर्ष नवंबर में इलेक्ट्रिक इंजन के सफल ट्रायल रन तथा पिछले महीने 24 दिसंबर चीफ कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी एसके पाठक के निरीक्षण के बाद इलेक्ट्रिक इंजन के रेल सेवा शुरू होने का रास्ता साफ हुआ था। बताया गया कि वर्तमान में पूर्वोत्तर क्षेत्र से यात्रा करने वाली अनेक प्रतिष्ठित एवं लंबी दूरी की डीजल इंजन परिचालित ट्रेनें कटिहार एवं मालदा टाउन स्टेशनों पर विद्युत इंजन द्वारा प्रतिस्थापित की जाती है। विद्युत संचालित यात्री वाही ट्रेनें कटिहार-कुमेदपुर-ओल्ड मालदा-मालदा कोर्ट अनुभाग में आवागमन करती है।
नागरिक उड्यन मंत्रालय के अंतर्गत कार्यरत रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न मानदंडों की जाच के लिए हाल ही में गुंजरिया-न्यू जलपाईगुड़ी अनुभाग (160 किमी) का निरीक्षण किया। इस हिस्से के लिए लगभग 165.68 करोड़ रुपये की लागत आयी थी। वर्ष 2017-18 की बजट में एनएफ रेलवे अंतर्गत ब्राच लाइनों के साथ ट्रैक के सम्पूर्ण हिस्से के लिए 100 प्रतिशत विद्युतीकरण कार्य का अनुमोदन किया गया था। एनएफ रेलवे में सम्पूर्ण विद्युतीकरण कार्य की कुल लागत 2,542.62 करोड़ रुपये के लगभग होगी।
कार्य के त्वरित कार्यान्वयन के लिए एनएफ रेलवे की सम्पूर्ण मेन लाइन को विभिन्न अनुभागों में बाट दिया गया है। कार्य का निष्पादन कोर (सेंट्रल फॉर रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन) तथा आरवीएनएल (रेलवे विकास निगम लिमिटेड) द्वारा किया जा रहा है। मुकुरिया से रानीनगर जलपाईगुड़ी तक अनुभाग साथ में न्यू जलपाईगुड़ी यार्ड (597 ट्रैक किमी) का कार्य कोर द्वारा निष्पादित किया जा रहा है। न्यू बोंगाईगांव-जोगीघोपा एवं गुवाहाटी-नारेंगी हिस्से का कार्य भी कोर द्वारा सम्पन्न किया जा रहा है। रानीगनर जलपाईगुड़ी से सारूपेटा तक (259 ट्रैक किमी) का कार्य आरवीएनएल द्वारा किया जा रहा है।
विद्युत रेल इंजन संचालित ट्रेनों के शुरू होने से एनएफ रेलवे का भारत के शेष हिस्से से सम्पर्क और बेहतर होगा। इसके साथ ही पर्यावरण में भी सुधार आएगा।