बैठक में एचआइवी वायरल लोड लैब पर चर्चा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एचआइवी पीडि़त मरीजों के एचआइवी वासरस की माप के लिए उत्तर बंगा
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : एचआइवी पीडि़त मरीजों के एचआइवी वासरस की माप के लिए उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में वायरल लोग लैब' स्थापना शीघ्र की जाएगी। सिलीगुड़ी में स्वास्थ्य विभाग की एक उच्चस्तरीय बैठक में इस लैब की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से चर्चा की गई। एनबीएमसीएच
माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग के अनुसार यहां माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग में सीडी-4 माप के आधार पर परीक्षण किया जाता है। बताया गया कि सीडी-4 रिजल्ट से डॉक्टरों को यह जानकारी मिलती है कि एचआइवी पीड़ित मरीज में इम्युनिटी सिस्टम (प्रतिरक्षा प्रणाली) को कितना नुकसान पहुंचा है। ऐसी स्थिति मे अगर एंटीरेट्रोवायरल उपचार शुरू नहीं किया जाता है, तो आगे क्या होने की संभावना है। जबकि एचआइवी वायरल लोड टेस्ट से खून में एचआइवी कणों की कितनी संख्या है, इसे एमएल में मापता है। परीक्षण के परिणाम सीडी 4 की तुलना में बेहतर और स्पष्ट होते हैं। इस परीक्षण से डॉक्टरों को वायरस की सटीक जानकारी मिल जाती है।
माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ.अरुणव सरकार ने बताया कि वायरल लोड लैब टेस्ट एचआइवी पॉजिटिव व्यक्ति के खून में वायरस की कुल गणना स्पष्ट करता है। इस तरह के लैब के लिए एनबीएमसीएच प्रशासन द्वारा पिछले वर्ष राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) के पास प्रस्ताव भेजा था। नाको की ओर से सिविल और इलेक्ट्रिकल कार्यो के लिए 10 लाख रुपये और उपकरण के लिए 40 लाख रुपये जारी किए गए। इस लैब के लिए एक तकनीकी अधिकारी और एक तकनीकी विशेषज्ञ की नियुक्ति की जाएगी।