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स्थापना दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित

-सीआरपीएफ के डीआईजी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि -83 साल पहले आज ही के दिन हुआ था बल क

By JagranEdited By: Published: Tue, 27 Jul 2021 10:57 PM (IST)Updated: Tue, 27 Jul 2021 10:57 PM (IST)
स्थापना दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित
स्थापना दिवस पर कई कार्यक्रम आयोजित

-सीआरपीएफ के डीआईजी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि

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-83 साल पहले आज ही के दिन हुआ था बल का गठन

जागरण संवाददाता,सिलीगुड़ी: 27 जुलाई 2021 को सीआरपीएफ की स्थापना दिवस पर ग्रुप केंद्र, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, सिलीगुड़ी, रेंज सिलीगुड़ी एवं केंद्रीय हथियार भंडार -3 के द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।

इस अवसर पर सर्वप्रथम डीआईजी अनिल कुमार के द्वारा कैंप परिसर में निíमत शहीद स्थल पर शहीदों को श्रद्धाजलि अíपत की गई। उसके पश्चात क्वार्टर गार्ड पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने बल के 83 वीं वर्षगाठ पर सभी को बधाई एवं अपनी शुभकामनाएं दी। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि किसी भी संगठन के लिए उसके वर्षगाठ का विशेष महत्व होता है। इसलिए आज के इस दिन को बल के सभी कार्यालयों में बड़े ही गौरव व उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। आज ही के दिन बल की स्थापना हुई थी इस पावन अवसर पर आज ग्रुप केंद्र सिलीगुड़ी के प्रागण में विभिन्न स्थानों पर वृक्षारोपण किया गया जिसमें विभिन्न प्रकार के लगभग 1500 फलदार एवं औषधीय गुण वाले वृक्ष लगाए गए। सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत सिलीगुड़ी स्थित अपना घर में निवास कर रहे वृद्ध परिजनों के दैनिक आवश्यकता की वस्तुएं जैसे राशन,बेडशीट, स्ट्रीट लाइट इत्यादि का वितरण किया गया। इसके अलावा भावना सोसाइटी (अनाथालय) में भी बेडशीट, इनवर्टर आदि का वितरण किया गया । ग्रुप केंद्र सिलीगुड़ी के तरफ से नियुक्त नोडल अधिकारी द्वारा जलपाईगुड़ी में निवासरत शहीद जगन्नाथ राय के निवास स्थल पर जाकर उनके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की गई एवं उन्हें इस अवसर पर भेंट प्रदान करते हुए उनका कुशलक्षेम जाना गया । सायंकाल को सभी मेसों में बड़ा खाना का आयोजन किया गया।

सीआरपीएफ की ओर से बताया गया है कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की नींव मुख्य रूप से क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के नाम से 27 जुलाई 1939 को मध्यप्रदेश के नीमच में रखी गई थी । उस समय सिर्फ एक बटालियन से प्रारंभ हुआ यह बल आज विश्व का सबसे बड़ा अर्धसैनिक बल के रूप में विकसित हो चुका है। कोबरा, आरएएफ, पीडीजी, वीआईपी सिक्योरिटी, एनडीआरएफ , महिला बटालियन जैसे कई सारे विशेषज्ञता प्राप्त संस्थान शामिल होकर इसे एक महान बल के रूप में स्थापित किया है। अपने स्थापना काल से ही यह बल राष्ट्र रक्षा के पथ पर सदैव अग्रसर रहते हुए देश के समक्ष आने वाली प्रत्येक चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया है। सीआरपीएफ को मुख्य रूप से देश की आतरिक सुरक्षा, निष्पक्ष चुनाव करवाने, आतंकवाद एवं नक्सलवाद विरोधी अभियानों को चलाने एवं प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत प्रबंधन कार्यो के निष्पादन का दायित्व सौंपा जाता है । इस उपलब्धि को प्राप्त करने में बल के कई अधिकारियों एवं जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दी तथा कई वीरों ने अपने शरीर पर आघात झेले हैं।


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