Corona hotspots: कोरोना का हॉटस्पॉट बन चुके कोलकाता, हावड़ा व उत्तर 24 परगना में बढ़ेगी सख्ती
बंगाल में कोलकाता व उसके निकटवर्ती जिले हावड़ा एवं उत्तर 24 परगना में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले को देखते हुए इससे निपटने के लिए राज्य सरकार अब यहां सख्ती बढ़ाने की तैयारी कर ली
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : बंगाल में कोलकाता व उसके निकटवर्ती जिले हावड़ा एवं उत्तर 24 परगना में कोरोना के लगातार बढ़ते मामले को देखते हुए इससे निपटने के लिए राज्य सरकार अब यहां सख्ती बढ़ाने की तैयारी कर ली है। दरअसल इन्हीं तीनों जिलों से हर दिन बड़ी संख्या में नए मामले आ रहे हैं और मौतें भी हो रही है। इन तीनों जिलों में हॉटस्पॉट, कंटेनमेंट व आइसोलेशन जोन में अब और कड़े दिशा-निर्देश लागू किए जाएंगे। इसको लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को बैठक भी की थी।
खबर यह भी है कि इन जिलों में 14 दिनों का पूर्ण लॉकडाउन लागू करने की भी बात कही जा रही है। इधर, कोलकाता नगर निगम (केएमसी) ने कोरोना मामलों में हालिया तेजी से निपटने के लिए शहर के सभी कोविद -19 हॉटस्पॉट और आइसोलेशन जोन में सख्ती बढ़ाने के लिए कमर कस ली है।
केएमसी अधिकारियों ने मंगलवार को राज्य सचिवालय नवान्न को इस मुद्दे के बारे में एक सूचना भेजी है जिसमें कोलकाता में सभी 19 हॉटस्पॉट और लगभग 2,000 अलगाव क्षेत्रों में कड़े कोविद दिशानिर्देश लागू करने के अनुरोध किए गए हैं। कोलकाता नगर निगम के प्रशासक और राज्य के शहरी विकास मंत्री फिरहाद हकीम ने इस बारे में बताया, हम कोलकाता के सभी संक्रामक जोन में कड़े दिशानिर्देश लागू करने की कोशिश कर रहे हैं ताकि स्थिति और ना बिगड़े। उन्होंने कहा कि हम एक निगरानी रखेंगे ताकि हर कोई मास्क पहने और सार्वजनिक स्थान पर विशेषकर हॉटस्पॉट्स और आइसोलेशन ज़ोन में एक-दूसरे से कम से कम 5-फीट की दूरी बनाए रखें।सूत्रों ने कहा कि कोरोना के अधिक प्रसार को नियंत्रित करने के लिए हाईराइज बिल्डिंग्स और स्टैंडअलोन अपार्टमेंट में विशेष निगरानी अभियान चलाया जाएगा।
हालांकि, हकीम ने साथ ही कहा, 'भगवान की कृपा से कोविद -19 संक्रमणों की दर अभी भी कोलकाता में नियंत्रण में है और भारत के किसी भी अन्य महानगरीय शहरों की तुलना में यहां स्थिति बेहतर है।' दूसरी ओर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद दिलीप घोष ने आरोप लगाया कि कोलकाता में अनलॉक 2.0 के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।घोष ने कहा, 'हम यहां किसी भी तरह का अंतर नहीं देख रहे हैं। हम यह अंतर नहीं कर पाए हैं कि वास्तव में सामान्य क्षेत्र कौन सा है और कोलकाता में कौन सा कंटेनमेंट जोन है। राज्य में कहीं भी कोविद -19 के दिशानिर्देश लागू नहीं किए गए।