कोरोना ने फिर बरपाया कहर,तीन की मौत
-पूजा के दौरान लापरवाही पड़ने लगी भारी -नए मामलों में नहीं आ रही है कोई कमी -टीका ल
-पूजा के दौरान लापरवाही पड़ने लगी भारी
-नए मामलों में नहीं आ रही है कोई कमी
-टीका लेने में भी उड़ाई जा रही है प्रोटोकॉल की धज्जियां
जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : कोरोना ने एक बार फिर से कहर बरपाया है। इस बीमारी ने कई दिनों बाद तीन लोगों का मौत की नींद सुला दिया है। इसके साथ ही नए मरीजों की संख्या में भी कमी नहीं आ रही है। हर दिन एक दर्जन से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार दुर्गा पूजा में जिस प्रकार की लापरवाही की गई,उसका असर अब दिख रहा है। बुधवार को कोरोना संक्रमित तीन मरीजों की मौत हुई है। जिन मरीजों की मौत हुई है, ये सभी लोग जलपाईगुड़ी जिले के निवासी थे। कोरोना से हुई मौत ने स्वास्थ्य विभाग व मरीजों तथा उनके परिजनों की चिंताएं बढ़ गई हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों पर स्वास्थ्य विभाग व डॉक्टर भी लोगों से लापरवाही ना बरतने की सलाह दे रहे हैं। इससे पहले इस महीने की शुरूआत में नौ अक्टूबर को एक दिन में कोरोना संक्रमित दो मरीजों की मौत हुई थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि आम लोगों में लापरवाही भारी पड़ रही है। लापरवाही का आलम यह है कि टीकाकरण केंद्रों में ही कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही है। अन्य स्थानों की बात ही क्या कहना। टीकाकरण केंद्रों पर लोग एक दूसरे पर टूट रहे हैं। शारीरिक दूरी का पाल नहीं किया जा रहा है।
दूसरी ओर नवरात्रि के पहले दिन ही सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना वायरस के नए मामलों में उतार-चढ़ाव का दौर देखने को मिल रहा है। दार्जिलिंग जिला प्रशासन द्वारा मिले आकड़ों के मुताबिक बुधवार को सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में कोरोना के 18 मामले सामने आए। इनमें सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में सबसे ज्यादा 14 मामले सामने आए हैं। जबकि सिलीगुड़ी महकमा के माटीगाड़ा प्रखंड में तीन मामले सामने आए हैं। जबकि नक्सलबाड़ी में एक मरीज मिला है।
मिली जानकारी के अनुसार सिलीगुड़ी नगर निगम क्षेत्र में अगस्त महीने के बाद अक्टूबर महीने में ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। वहीं बुधवार को 19 मरीजों ने कोरोना से जंग भी जीत ली है।
वहीं पिछले महीने सितंबर की बात करें तो सिलीगुड़ी व आसपास के क्षेत्रों में पांच सौ से भी कम मामले दर्ज किए गए। जबकि 15 से ज्यादा मरीजों की मौत कोरोना के संक्रमण से हुई थी।