कोरोना : बेड बढ़े, ऑक्सीजन प्लांट लग रहा
-एनबीएमसीएच व सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का कार्य युद्ध स्तर पर -माटीगाड़ा के यीश
-एनबीएमसीएच व सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट का कार्य युद्ध स्तर पर
-माटीगाड़ा के यीशु आश्रम में 30 बेड के सेफ होम के लिए चल रही है बातचीत
-कोविड-19 रोगियों के शव के अंतिम संस्कार के लिए नहीं लगेगा कोई शुल्क
-कोरोना प्रबंधन हेतु नोडल ऑफिसर नियुक्त, उत्तरकन्या व मैनाक टूरिस्ट लॉज में बैठेंगे जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : शहर व आसपास में कोरोना वायरस संक्रमण (कोविड-19) की महामारी के प्रबंधन को लेकर सिलीगुड़ी नगर निगम पूरी तरह सक्रिय हो गया है। इस बाबत सिलीगुड़ी नगर निगम की प्रशासकीय समिति के चेयरमैन गौतम देव ने कहा कि फिलहाल सरकारी अस्पतालों में कोविड-19 के 100 बेड बढ़ाए गए हैं और भी बढ़ाए जाएंगे। वहीं, नर्सिग होम्स को भी अपने-अपने यहां कोविड-19 बेड बढ़ाने होंगे। हरेक नर्सिग होम को अपने यहां यह भी प्रदर्शित करके रखना होगा कि उसके यहां कोविड-19 के कितने बेड हैं और उसमें कितने बेड खाली हैं। इसकी क्या व्यवस्था है, उसकी जानकारी नगर निगम व जिला प्रशासन को नियमित रूप में देनी होगी। इस बाबत राज्य सरकार का जो निर्देश है, उसका अक्षरश: पालन करना होगा। दार्जिलिंग जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच) को यह निर्देश दिया गया है कि वे इसकी मॉनिटरिग करें कि नर्सिग होम्स नियमों का अनुपालन कर रहे हैं या नहीं। इसकी रिपोर्ट भी सरकार को उपलब्ध कराएं ताकि आवश्यक कार्रवाई की जा सके। इसके साथ ही माटीगाड़ा के यीशु आश्रम में 30 बेड के सेफ होम के लिए बातचीत चल रही है।
वह कोरोना महामारी प्रबंधन को लेकर मंगलवार को नगर निगम में उच्च प्रशासनिक बैठक करने के बाद संवाददाताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहर में कहीं भी कोविड-19 रोगियों की चिकित्सा हेतु आवश्यक ऑक्सीजन आपूर्ति की समस्या नहीं होने दी जाएगी। इसकी मॉनिटरिग शुरू कर दी गई है। कुछ नर्सिग होम्स के प्रतिनिधियों ने शिकायत की है कि ऑक्सीजन आपूर्तिकर्ता सेक्युरिटी मनी के बतौर मोटी रकम की मांग कर रहे हैं जो कि अदा कर पाना संभव नहीं है। इसका कोई उपाय किया जाना चाहिए। अन्यथा, आवश्यकता अनुरूप ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित होगी। इस बाबत उन्होंने कहा कि वह राज्य शासन एवं जिला प्रशासन को अवगत कराएंगे व इस समस्या का द्रुत समाधान करने का प्रयत्न करेंगे। ऑक्सीजन आपूर्ति में कहीं कोई समस्या न हो और यह एकदम सुचारू रहे, इसका पूरा ख्याल रखा जाएगा।
वहीं, सरकारी स्तर पर भी नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) व सिलीगुड़ी जिला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने की युद्ध स्तर पर कवायद की जा रही है। कोविड-19 रोगियों के इलाज के लिए राज्य सरकार द्वारा फिलहाल अपने अधीन ले लिए गए चैंग नर्सिग होम की निगरानी सिलीगुड़ी से ही की जाएगी। कोरोना प्रबंधन हेतु एक नोडल ऑफिसर नियुक्त हुए हैं। वह उत्तरकन्या व मैनाक टूरिस्ट लॉज में बैठेंगे।
इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वह एंबुलेंस और डेड बॉडी कैरियर वैन वालों द्वारा लोगों से मनमानी रकम वसूले जाने की कड़ी निगरानी करे। सरकार द्वारा निर्धारित किराये से ज्यादा राशि लेने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाए। यह भी बताया कि श्मशान घाट पर कोविड-19 रोगियों के शव के अंतिम संस्कार के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। राज्य सरकार की ओर से इसे पूरी तरह नि:शुल्क कर दिया गया है।
इस दिन बैठक में उत्तर बंग उन्नयन विभाग व साथ ही गोरखालैंड टेरिटोरिअल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) के प्रशासक सुरेंद्र गुप्ता, दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी जिला के जिलाधिकारी, सिलीगुड़ी-जलपाईगुड़ी विकास प्राधिकरण (एसजेडीए) के सीईओ, सिलीगुड़ी पुलिस कमिश्नरेट के डिप्टी पुलिस कमिश्नर, सिलीगुड़ी नगर निगम के कमिश्नर, दार्जिलिंग जिला के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमओएच), सिलीगुड़ी की एसडीओ, नॉर्थ बंगाल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एनबीएमसीएच) के प्राचार्य व अधीक्षक, सिलीगुड़ी जिला अस्पताल के अधीक्षक, सिलीगुड़ी नगर निगम के अभियंता व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी समेत अन्य कई सम्मिलित रहे।