महा षष्ठी के दिन ही अधिकांश पूजा मंडप गुलजार
-कोरोना के कारण नहीं दिख रही है पहले जैसी चहल-पहल -दर्शनार्थियों की संख्या में भी आ
-कोरोना के कारण नहीं दिख रही है पहले जैसी चहल-पहल
-दर्शनार्थियों की संख्या में भी आई है काफी कमी
-सर्वश्रेष्ठ पूजा आयोजकों के नामों की हुई घोषणा
-विश्व बांग्ला ट्रॉफी और नगद राशि देगी राज्य सरकार जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी : महा षष्ठी के दिन से ही अधिकांश पूजा मंडप गुलजार हो गया है। हांलाकि
कोरोना की वजह से इस बार का दुर्गा पूजा में पहले की तरह रौनक नहीं है। फिर भी सभी पूजा मंडप में देवी की आराधना शुरु हो गई। वैसे तो इस बार तीसरे दिन से ही पूजा मंडपो का उद्घाटन शुरु हो गया था। षष्ठी शाम से सड़कों पर पूजा परिक्रमा करने वाले दर्शनार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ती थी। लेकिन इस बार सड़कें पिछली बार के मुकाबले सुनी पड़ी है। पूजा मंडपों पर भी पिछले बार की तुलना में इस बार दर्शनार्थियों की भीड़ नगण्य है। कोरोना से बचाव के लिए पूजा आयोजक मंडली की ओर से प्रवेश द्वारा के पहले सैनिटाइजर टनल की भी व्यवस्था की है। वहीं मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है। दर्शनार्थियों की सुरक्षा में पुलिस बल की तैनाती की गई है। हर ओर सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए हैं।
इस बीच,प्रति वर्ष की भांति इस बार भी राज्य सरकार ने सर्वश्रेष्ठ दुर्गा पूजा आयोजकों को विश्व बांग्ला शारद सम्मान से नवाजा है। कोरोना काल के दौर में हो रही दुर्गा पूजा में राज्य सरकार ने कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरुकता संबंधित थीम पर आयोजित पूजा मंडपों को पुरस्कूत किया है। गुरुवार को दार्जिलिंग के जिलाधिकारी एस पोन्नाबलम ने जिले में सर्वश्रेष्ठ पूजा, सर्वश्रेष्ठ मंडप, सर्वश्रेष्ठ प्रतिमा और सर्वश्रेष्ठ कोविड सचेतन पूजा सम्मान प्राप्त करने वाले आयोजकों के नाम की घोषणा की।
दार्जिलिंग जिला शासक द्वारा उपलब्ध जानकारी के मुताबिक सर्वश्रेष्ठ पूजा का सम्मान पाने वाले आयोजकों को पचास हजार,सर्वश्रेष्ठ मंडप का सम्मान पाने वाले आयोजकों को तीस-तीस हजार,सर्वश्रेष्ठ प्रतिमा का सम्मान वाले को बीस हजार और सर्वश्रेष्ठ कोविड सचेतन पूजा का सम्मान पाने वाले को बीस हजार की राशि प्रदान करने की घोषणा की। साथ ही सभी को विश्व बांग्ला ट्राफी भी प्रदान किया जाएगा। सिलीगुड़ी के दादा भाई स्र्पोटिंग क्लब, सुब्रत संघ और रवींद्र संघ ने सर्वश्रेष्ठ पूजा का सम्मान प्राप्त किया है। वहीं सिलीगुड़ी के अरुणोदय संघ, कर्सियांग के बंगाली एसोसिएशन राज राजेश्वरी हॉल और दार्जिलिंग के नृपेंद्र नारायण बंगाली एसोसिएशन द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा की प्रतिमाएं जिले में सर्वश्रेष्ठ रही है। वहीं सिलीगुड़ी के बाबूपाड़ा स्र्पोटिंग क्लब, जातीय शक्ति संघ व पाठागार और रथखोला स्र्पोटिंग क्लब द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा के मंडप ने जिले में धाक जमाई है। इसके अतिरिक्त सिलीगुड़ी के विद्यासागर क्लब, सूर्य नगर फ्रेंड्स यूनियन और कॉलेजपाड़ा पूजा कमेटी द्वारा कोरोना से बचाव की थीम पर आयोजित पूजा को पुरस्कृत किया गया है।