Move to Jagran APP

एनबीयू के दीक्षांत समारोह में बोले राज्यपाल, देश का भविष्य युवाओं के कंधों पर

नॉर्थ बंगाल विश्वविद्यालय (एनबीयू) का दीक्षांत समारोह में राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि देश का भविष्ट युवाओं के कंधों पर है।

By Rajesh PatelEdited By: Published: Thu, 04 Oct 2018 12:06 PM (IST)Updated: Thu, 04 Oct 2018 09:56 PM (IST)
एनबीयू के दीक्षांत समारोह में बोले राज्यपाल, देश का भविष्य युवाओं के कंधों पर
एनबीयू के दीक्षांत समारोह में बोले राज्यपाल, देश का भविष्य युवाओं के कंधों पर

जागरण संवाददाता, सिलीगुड़ी। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सह कुलाधिपति केसरीनाथ त्रिपाठी ने कहा कि देश का भविष्य युवाओं के ही कंधों पर है। पूरा विश्व इन दिनों भारतीय युवाओं की प्रतिभा के कायल है। बंगाल शिक्षा के मामले में हमेशा ही आगे रहा है। इसलिए प्रतिभा को अपने तक ही सीमित नहीं रखना चाहिए। देश के युवाओं को समाज और राज्य के साथ देश के प्रगति में सहायक बनना होगा। राज्यपाल गुरुवार को उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय सिलीगुड़ी के 48वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।

loksabha election banner

नॉर्थ बंगाल यूनिवर्सिटी सिलीगुड़ी के दीक्षांत समारोह में मौजूद लोग।

उन्होंने कहा कि युवाओं को पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाना होगा। त्रिपाठी ने कहा कि एनबीयू राज्य का एक मात्र विश्वविद्यालय है, जहां छात्रों से अधिक छात्राओं ने प्रवेश लिया है। इस वर्ष विभिन्न स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश की कुल संख्या में 65 प्रतिशत लड़कियां हैं और 35 प्रतिशत लड़के हैं। महिलाओं के अध्ययन के लिए केंद्र ने चार जागरूकता और जेंडर संवेदीकरण कार्यक्रम शुरू किए हैं। इसके अलावा, मानव संसाधन विकास केंद्र ने तीन अभिविन्यास कार्यक्रम, दो रिफ्रेशर पाठ्यक्रम और कॉलेज और विश्वविद्यालय के शिक्षकों के लिए एक पद्धति पाठ्यक्रम शुरू किए हैं। उन्होंने उच्च अकादमिक सत्र 201 9-2020 के पाठ्यक्रम को हाइलाइट करते हुए कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय कला, वाणिज्य, कानून, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के संकाय हैं। ऐसे संकाय के तहत 33 विभाग हैं। इन विभागों के अतिरिक्त पांच नए अकादमिक विभागों में पढ़ाई शुरू की जाएगी। भूगोल, शिक्षा, शारीरिक शिक्षा, खाद्य प्रौद्योगिकी और फार्मास्युटिकल प्रौद्योगिकी जैसे पांच नए शैक्षणिक विभाग अकादमिक सत्र 2019-2020 से परिचालित किए जाएंगे। अकादमिक विभागों के अलावा, विश्वविद्यालय में उत्कृष्टता के 15 प्रतिशत हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के भारतीय संस्थान के साथ भारत के अग्रणी शैक्षणिक संस्थान टेक्नो अकादमियां के सहयोग से इस वर्ष इनोवेटिव अध्ययन केंद्र नामक एक नया केंद्र स्थापित किया गया है। राज्यपाल ने कहा कि यह केंद्र छात्रों के लिए व्यावसायिक दृष्टिकोण से अर्थव्यवस्था को मजबूत और वैश्विक बाजार में सीधे पहुंच बनाने में उचित वातावरण तैयार करने में मदद करेगा।
जयंत विष्णु नार्लीकर को डीएससी की मानद उपाधि
इस मौके पर भारतीय खगोलशास्त्री पद्मविभूषण और पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित जयंत विष्णु नार्लीकर, दार्शनिक डॉ. सुनील ठाकुर को डीएससी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया, जबकि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पूर्व अध्यक्ष, अर्थशास्त्री और पद्मश्री पुरस्कार विजेता सुखदेव थोरात, बंधन बैंक प्रबंध निदेशक चंद्रशेखर घोष और उद्योगपति आरपी संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष संजीव गोयनका को डीलिट् से सम्मानित किया गया। वहीं शोधार्थी, स्नातकोत्तर व स्नातक के लगभग 43 हजार विद्यार्थियों को डिग्री व प्रथम स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थियों व शोधार्थियों को डिग्री व मेडल प्रदान किए गए। इस मौके पर एनबीयू के उप कुलपति प्रोफेसर सुबिरेश भट्टाचार्य समेत अन्य लोग उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.